ज्योतिरादित्य सिंधिया का जीवन परिचय | Jyotiraditya Scindia Biography in Hindi

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ज्योतिरादित्य सिंधिया, एक भारतीय राजनीतिज्ञ, वर्तमान में राज्यसभा के मनोनीत सदस्य हैं, जो मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं. इससे पहले वे लोकसभा के सदस्य भी रह चुके हैं, जहां उन्होंने मध्य प्रदेश की गुना विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था. लोकसभा सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल 2019 में समाप्त हो गया जब वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में हार गए. उनका राजनीतिक सफर भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के साथ था, लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। वर्तमान में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री (Jyotiraditya Scindia Ko Konsa Pad Mila) है. जिस पर काफी विवाद हुआ था. आज के इस लेख में हम आपको ज्योतिरादित्य सिंधिया का जीवन परिचय (Jyotiraditya Scindia Biography in Hindi) के बारे में पूरी जानकरी देने वाले है.

Jyotiraditya Scindia Biography in Hindi

ज्योतिरादित्य सिंधिया का जीवन परिचय (Jyotiraditya Scindia Biography in Hindi)

नाम (Name) ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)
पूरा नाम (Full Name) ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया
जन्म तारीख (Date Of Birth) 1 जनवरी 1971
जन्म स्थान (Place) महाराष्ट्र, भारत
उम्र (Jyotiraditya Scindia Age) 53 साल (2023)
धर्म (Religion) हिन्दू
जाति (Jyotiraditya Scindia Cast) क्षत्रिय
व्यवसाय  (Business) राजनेता
वर्तमान पद (Current Position) केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री
राजनीतिक दल (Political Party) भारतीय जनता पार्टी
शिक्षा (Jyotiraditya Scindia Education) अर्थशास्त्र में बीए, और एम.बी.ए
स्कूल (School) दून स्कूल, देहरादून
विश्वविद्यालय (University) स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
नागरिकता (Nationality) भारतीय
राशि (Zodiac Sign) कुंभ राशी
भाषा (Languages) हिंदी, इंग्लिश
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) विवाहित
शादी की तारीख (wedding date) 12 दिसंबर 1994
संपत्ति (Jyotiraditya Scindia Net Worth) 3 अरब रूपये
स्थायी पता (Permanent Address) 1, जय विलास, लश्कर, ग्वालियर, मध्य प्रदेश.
वर्तमान पता (Present address) 27, सफदरजंग रोड, नई दिल्ली – 110 011
संपर्क नंबर (Jyotiraditya Scindia  Phone No) 24610350, 24632991
ईमेल (Jyotiraditya Scindia E-mail) Jyotiraditya.scindia.sansad.nic.in, [email protected]

ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म और परिवार (Jyotiraditya Scindia Birth and Family )

ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को मुंबई में माधवराव सिंधिया और माधवी राजे सिंधिया के घर हुआ।  उनके पिता माधवराव सिंधिया एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने राजीव गांधी की सरकार में मंत्री पद भी संभाला था. ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर राजघराने के वंशज हैं. उनके दादा जीवाजी राजे सिंधिया ग्वालियर राज्य के अंतिम राजा थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया की बहन का नाम चित्रांगदा राजे सिंधिया है. ज्योतिरादित्य का विवाह 12 दिसंबर 1994 को गुजरात के बड़ौदा के गायकवाड़ शाही परिवार की बेटी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया (Jyotiraditya Scindia Wife) से हुआ था. उनका एक बेटा, महान आर्यमन सिंधिया (Jyotiraditya Scindia Son) और एक बेटी, अनन्या राजे सिंधिया (Jyotiraditya Scindia Daughter) है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का परिवार (Jyotiraditya Scindia Family)

पिता का नाम (Jyotiraditya Scindia Father Name) माधवराव सिंधिया
माता का नाम (Jyotiraditya Scindia mother Name) माधवी राजे साहिब सिंधिया
बहन का नाम (Jyotiraditya Scindia Sister Name) चित्रांगंदा राजे सिंधिया
पत्नी का नाम  (Jyotiraditya Scindia Wife Name) प्रियदर्शनी राजे सिंधिया
बेटी का नाम (Jyotiraditya Scindia Daughter Name) अनन्या राजे सिंधिया
बेटे का नाम (Jyotiraditya Scindia Son Name) महानआर्यमन सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया की शिक्षा (Jyotiraditya Scindia Education)

ज्योतिरादित्य सिंधिया की शुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैंपियन स्कूल से ही हुई, इसके बाद पढ़ाई देहरादून के दून स्कूल से की। आगे की पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में की. इसके बाद उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए हार्वर्ड कॉलेज में एडमिशन कराया गया, जहां उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के लिबरल आर्ट्स कॉलेज से 1993 में अर्थशास्त्र में बीए पूरा किया, जिसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में एमबीए का कोर्स पूरा किया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक सफ़र (Jyotiraditya Scindia Political Career)

  • ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक सफर अचानक शुरू हुआ, इसके लिए कोई पूर्व नियोजित योजना नहीं थी. दरअसल ये सब तब हुआ जब 30 सितंबर 2001 को ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की उत्तर प्रदेश के पास एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई. यह खबर गुना और मध्य प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश के लिए बहुत बुरी खबर थी, जिससे उबर पाना सभी के लिए बेहद मुश्किल था. लेकिन सबसे बुरी खबर कांग्रेस पार्टी के लिए थी क्योंकि माधव राजे सिंधिया एक ऐसा चेहरा थे जिस पर विपक्ष का कोई भी कद्दावर नेता खड़ा नहीं होना चाहता था.
  • पूरे गुना क्षेत्र के लोगों के बीच सिंधिया परिवार की छवि काफी अच्छी थी और यही वजह है कि गुना विधानसभा को हमेशा कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता भी इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के काफी करीबी माने जाते रहे हैं.
  • इस दुखद घटना के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. और इसके बाद कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने गुना विधानसभा क्षेत्र को संभालने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनुरोध किया. जिसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 24 फरवरी 2002को उपचुनाव लड़ा और पहले ही चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी देश राज सिंह यादव को हरा दिया, जो भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे थे, उन्हें 4,50,000 मतों के भारी अंतर से हराया.
  • मई 2004 में उन्हें फिर से गुना विधानसभा क्षेत्र से जीत मिली. 2007 में उन्हें पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया, फिर उन्हें केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में रखा गया. 2009 में एक बार फिर गुना विधानसभा से जीते, जिसके बाद उन्हें वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री बनाया गया.
  • 30 और 31 जुलाई को, भारत के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्रों ने भारतीय इतिहास में सबसे बड़ी बिजली कटौती देखी. जिसमें 30 जुलाई के ब्लैकआउट से 400 मिलियन और 31 जुलाई के ब्लैकआउट से 620 मिलियन लोगों का जीवन प्रभावित हुआ था. और यह पूरी दुनिया की आबादी का लगभग 9% था. तभी भारत का योजना आयोग हरकत में आया और ज्योतिरादित्य सिंधिया को 2012 के ब्लैकआउट के पूरे प्रकरण को समझने और इसे फिर से होने से रोकने के लिए योजना बनाने का काम सौंपाजिसके कुछ ही समय बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना काम शुरू किया और 2013 में उन्होंने बयान दिया कि 2014 तक भारत में दुनिया का सबसे बड़ा पावर ग्रिड होगा, जिससे भविष्य में लोगों को ऐसी किसी समस्या से नहीं गुजरना पड़ेगा.
  • इन सबके बीच 2014 में एक बार फिर विधानसभा चुनाव हुए जिसमें उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी भाजपा के कृष्ण पाल सिंह यादव थे, लेकिन इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके इतिहास का करिश्मा काम नहीं आया और कृष्ण पाल सिंह यादव गुना निर्वाचन क्षेत्र से जीत गए.
  • ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 10 मार्च 2020 को कांग्रेस पार्टी छोड़ दी. ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से कहा गया कि वे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के व्यवहार से संतुष्ट नहीं हैं. इसका कारण उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नेताओं द्वारा उन्हें नजरअंदाज किया जाता रहा है. समस्याओं को लेकर उन्होंने कई बार राहुल गांधी से मिलने की बात कही, लेकिन उसके बाद भी राहुल गांधी ने उनसे मिलने का समय नहीं दिया. और यही वजह बताकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद को कांग्रेस पार्टी से अलग कर लिया और 11 मार्च 2020 को बीजेपी की सदस्यता ले ली.
  • दूसरी ओर कांग्रेस ने अपना पक्ष रखते हुए जनता से कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं, इसीलिए उन्हें कांग्रेस से निकाला गया है.
  • कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने से ज्योतिरादित्य सिंधिया भी काफी नाराज थे. मध्य प्रदेश में कांग्रेस कई साल बाद सत्ता में आई थी और ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते थे कि युवा चेहरे के तौर पर उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाए, लेकिन कांग्रेस ने उनकी बात नहीं मानी और एक वरिष्ठ नेता कमलनाथ को मुख्यमंत्री का पद सौंप दिया.
  • अब जैसे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया, वैसे ही उनके कुछ वफादार विधायकों ने भी अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया और हमेशा के लिए कांग्रेस पार्टी छोड़ दी. अब चूंकि विधायक साथ छोड़ गए तो नतीजा यह हुआ कि कमलनाथ के लिए अपनी सत्ता बचाना मुश्किल हो गया और नतीजा यह हुआ कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
  • जिन विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, उन्होंने भाजपा में शामिल (Jyotiraditya Scindia Congress To BJP) होने के साथ ही शिवराज सिंह चौहान का समर्थन किया. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान 30 मार्च 2020 को एक बार फिर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने.
  • 19 मार्च, 2020 को ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा में मध्य प्रदेश से भाजपा सांसद बने, 7 मार्च, 2021 को उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में नागरिक और उड्डयन मंत्रालय (Jyotiraditya Scindia Ministry) का प्रभार सौंपा गया.
  • फरवरी 2022 में उन्हें रोमानिया में पीएम मोदी के विशेष दूत के रूप में नियुक्त किया गया थ. उनका काम यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण यूक्रेन या रूस में फंसे छात्रों को वापस लाना था और इसे मिशन गंगा नाम दिया गया था.

ज्योतिरादित्य सिंधिया के अन्य कार्य  (Other works of Jyotiraditya Scindia)

ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्रिकेट से कुछ खास लगाव है, इसीलिए वे मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं. सिंधिया ने समय-समय पर क्रिकेट से जुड़े भ्रष्टाचार पर हमेशा सवाल उठाए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया का हमेशा से मकसद रहा है कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार न हो, क्योंकि ऐसे में अच्छे क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक नहीं पहुंच पाते हैं. कुछ समय पहले इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग का एक मामला काफी तेजी से सामने आ रहा था, जिसमें कई लोगों के नाम आए थे. इनमें से एक नाम संजय जगदाले का भी था, जो मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन से भी जुड़े हुए थे. जब यह मामला तूल पकड़ा तो उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में सचिव पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पता चलता है कि मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में ज्योतिरादित्य सिंधिया का कितना सकारात्मक प्रभाव है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के अध्यक्ष के पद पर हैं. पिछड़े वर्ग के बच्चों की शिक्षा के लिए मराठों, राजपूतों, मुसलमानों और बुंदेलों की आपसी भागीदारी से 1870 में बना डेली कॉलेज भी इसका वंशानुगत संरक्षक है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया की संपत्ति (Jyotiraditya Scindia Net Worth)

ज्योतिरादित्य सिंधिया की गिनती सबसे अमीर नेताओं में होती है. अगर उनकी नेट वर्थ की बात करे तो साल 2020 में दायर हलफनामे के अनुसार सिंधिया की 3 करोड़ 59 लाख रुपये की चल संपत्ति और 45 करोड़ 24 लाख रुपये की पैतृक चल संपत्ति है. जबकि पुश्तैनी अचल संपत्ति 2 अरब 97 करोड़ रुपए है. ज्योतिरादित्य के पास 1 अरब 81 करोड़ की पुश्तैनी कृषि भूमि है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई बैंकों में काफी पैसा जमा कर रखा है. खुद के अकाउंट में 3 करोड़, पत्नी के अकाउंट में 6 लाख, 12 लाख रुपये बेटे के नाम और दो लाख रुपये बेटी के नाम बैंक में जमा हैं. इसके अलावा इनके पास 12 करोड़ 67 लाख रुपये का गोल्ड और 16 करोड़ 34 लाख रुपये की चांदी है. यह सभी उनके दादा परदादा का  है.

इससे पहले उनके पिता और दादा ने भी काफी पुश्तैनी संपत्ति बनाई है. साल 2010 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता की पूरी संपत्ति पर दावा किया, जो करीब 20,000 करोड़ रुपये है, हालांकि यह दावा कानूनी पचड़े में फंस गया, क्योंकि उनकी मौसी ने इस पूरी संपत्ति पर उनके एकाधिकार को लेकर सवाल उठाए थे और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का महल (Jyotiraditya Scindia House In Hindi)

ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल का नाम जय विलास पैलेस है जो ग्वालियर मध्य प्रदेश में मौजूद है. इसका निर्माण साल 1874 में ब्रिटिश राज में ग्वालियर रियासत के शासक जयाजीराव सिंधिया ने करवाया था. यह पैलेस यूरोपीय वास्तुकला का एक प्रतीक है, जिसे सर माइकल फिलोज द्वारा डिजाइन किया गया है. 1,24,771 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला यह पैलेस तीन मंजिला इमारत है और सिंधिया परिवार का वर्तमान निवास स्थान भी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 1874 में यह पैलेस 1 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुआ था लेकिन वर्तमान में इसकी कीमत 4000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बताई जाती है.

जय विलास पैलेस में एक बड़ा डाइनिंग रूम है, जिसमें खाना परोसने के लिए डाइनिंग टेबल पर ट्रेन चलती है. इस पैलेस में 400 कमरों है जिसमे से 35 कमरों को संग्रहालय बना रखा है. संग्रहालय में मराठा सिंधिया राजवंश, चांदी के रथ, पालकी, चांदी की बग्गी, पुरानी लग्जरी कार, झांसी की रानी की ढाल और औरंगजेब और शाहजहाँ के शासनकाल की तलवारें हैं.

निष्कर्ष – ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में अपने जीवन के 52 वर्ष पूरे कर चुके हैं और अभी भी राजनीति में सक्रिय हैं. उम्मीद की जा सकती है कि शिवराज सिंह चौहान के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा में सबसे बड़े दावेदार हैं. तो आज के इस लेख में आपने जाना ज्योतिरादित्य सिंधिया का जीवन परिचय (Jyotiraditya Scindia Biography in hindi) के बारे में.

FAQ

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया कौन है?
Ans : ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय राजनेता और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री है.

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता कौन हैं?
Ans : उनके पिता का नाम माधवराव सिंधिया है.

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता का क्या नाम है ?
Ans : उनकी माता का नाम माधवी राजे सिंधिया है।

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म कब हुआ था?
Ans : 1 जनवरी 1971 मुंबई में

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में क्या है?
Ans : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र का क्या नाम है?
Ans : महानारयमन सिंधिया

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया के कितने बच्चे है?
Ans : एक बेटा और एक बेटी

Q : नागरिक उड्डयन मंत्री कौन है?
Ans : ज्योतिरादित्य सिंधिया

Q : सिंधिया की पत्नी का नाम क्या है?
Ans : श्रीमती प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी कहां की है?
Ans : बड़ौदा, गुजरात के गायकवाड़ राजवंश से

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया को कौन सा पद मिला है
Ans : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया की उम्र कितनी है?
Ans : 52 साल

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया किस पार्टी में है
Ans : भारतीय जनता पार्टी में

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया की ससुराल कहां है
Ans : गुजरात के बड़ौदा में

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया का मोबाइल नंबर
Ans : 24610350, 24632991

Q : ज्योतिरादित्य सिंधिया का घर कहां है
Ans : ग्वालियर में

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