भारत के प्रमुख त्यौहारों की सूची | Indian Festival List In Hindi

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भारत के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहारों की सूची, इंडियन फेस्टिवल लिस्ट 2023 ( Indian Festival List In Hindi 2023, 2024)

Bharat Ke Pramukh Tyohar Ke Naam – भारत पूरी दुनिया में उन देशों में से एक है जो विभिन्न धार्मिक परंपराओं का पालन करने वाले लोगों का घर है, और यह एक ऐसा स्थान है जहां प्रत्येक धार्मिक समूह और सांस्कृतिक समुदाय के सदस्य अपनी विरासत का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं. इन सभी समारोहों के कारण, भारत को अक्सर “त्योहारों की भूमि” कहा जाता है. भारत की संस्कृति और सभ्यता पूरे देश में आयोजित होने वाले त्योहारों में देखी जा सकती है. पौराणिक कथाएं, त्योहार और पारंपरिक भारतीय कलाएं सभी भारत के सबसे महत्वपूर्ण उत्सवों में शामिल हैं, जिन्हें इंडियन फेस्टिवल कहा जाता है. कई उल्लेखनीय व्यक्तियों की जयंती और पुण्यतिथि को इन त्योहारों में उद्देश्यपूर्ण रूप से शामिल किया जाता है, जो ऐसे व्यक्तियों द्वारा अपने पूरे जीवन में किए गए योगदान की भावना प्रदान करता है. यहां कई ऐसे त्योहार भी मनाए जाते हैं जो साल के समय से जुड़े होते हैं.

भारत में हर दिन, कोई न कोई राज्य अलग-अलग त्योहार मनाता है, जो भारत के अनूठे चरित्र में योगदान देने के साथ-साथ राष्ट्र को वैयक्तिकता की एक नई भावना प्रदान भी करता है. सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इन त्योहार का प्रभाव और महत्व इतना मजबूत है कि अब दूसरे देशों में रहने वाले भारतीय भी इस उत्सव में बड़े जोश और उत्साह के साथ भाग लेते हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे भारत के प्रमुख त्यौहारों की सूची (Indian Festival List In Hindi) के बारें में पूरी जानकारी.

Indian Festival List In Hindi 

भारत के प्रमुख त्यौहार कौन-कौनसे हैं ?

भारत को देवियों का देश माना गया है. इसलिए तो हम कहते हैं “भारत माता की जय”. यहां के लोगों की आस्था और विश्वास इतना अटूट है कि देश के अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग धर्मों के लोग हर त्योहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. भारत में मनाए जाने वाले त्योहार (Important Festivals of India) के नाम कुछ इस प्रकार है-

मकर संक्रांति (Makar Sankranti)

मकर संक्रांति का त्योहार पूरे भारत में बड़े जोश और जुनून के साथ मनाया जाता है. दूसरी ओर, देश के अन्य राज्यों के लोग इसे कई अन्य नामों से जानते हैं. यह उत्सव प्रत्येक वर्ष 14 या 15 जनवरी के दिन मनाया जता है. लोग परंपरागत रूप से इस दिन सुबह सबसे पहले पवित्र नदी गंगा में डुबकी लगाते हैं. इस दिन को उत्तर प्रदेश में खिचड़ी पर्व के नाम से जाना जाता है और इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. इस दिन देश के कई हिस्सों में पतंग उड़ाई जाती है. और इसी से तिल की मिठाई बनाई जाती है. कहा जाता है कि इस दिन दान-पुण्य करने से सारे पाप धुल जाते हैं.

बसंत पंचमी (Basant Panchami)

हिंदू धर्म में बसंत पंचमी का एक त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन सरसों की फसल पककर तैयार हो जाती है और ऐसा प्रतीत होता है मानों पूरा देश पीले रंग से सराबोर हो. यह दिन विद्या और ज्ञान की देवी माता सरस्वती को समर्पित है. पूजा अर्चना के साथ माँ सरस्वती अराधना की जाती है. इस दिन छुट्टी होती है. बसंत पंचमी के त्योहार को हम ज्ञान पंचमी के नाम से भी जानते है. आमतौर पर यह फेस्टिवल जनवरी के महीने में आता है और हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ मास की शुक्ल पंचमी के दिन इस पर्व को मनाया जाता है.  

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri)

महाशिवरात्रि भगवान शिव के भक्तों के लिए एक बहुत ही शुभ त्योहार का दिन है। इस दिन पूरे देश में भोलेनाथ के भक्त उनकी भक्ति में डूबे रहते हैं. माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने वैराग्य का जीवन छोड़कर घर गृहस्थी में प्रवेश किया था. इस दिन पुरुषों के अलावा सुहागिन महिलाएं भी व्रत रखती हैं और कुंवारी लड़कियां भी जल्द शादी होने के लिए यह व्रत रखती हैं. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर मंदिर में भोलेनाथ की पूजा की जाती है.

होली (Holi)

होली का त्योहार हर वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है. इसे रंगों का पर्व भी कहते है. यह आमतौर पर मार्च के महीने में आता है. पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन रंगों से होली खेली जाती है. युवा और वृद्ध सभी उम्र के लोग इस त्योहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. छोटी होली होलिका के दहन का दिन है और अगले दिन धुलंडी मनाई जाती है.

रामनवमी (Ram Navmi)

चैत्र मास का महत्व हिंदू धर्म में विशेष है क्यों कि इस समय हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है. चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तिथि से नवरात्रि प्रारंभ हो जाते है. राम नवमी का यह पर्व अप्रैल माह में मनाया जाता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन प्रभु श्री राम का जन्म हुआ था. कहा जाता है कि भगवान राम ने विष्णु के सातवें अवतार के रूप में जन्म लेकर रावण के अत्याचारों का अंत किया था.

बैसाखी (Baisakhi)

सिख धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक बैसाखी का त्योहार. हर साल यह पर्व विक्रम संवत के प्रथम माह यानि अप्रैल महीने में आता है. होली और दिवाली हिंदू धर्म का मुख्य त्योहार माना जाता है उसी तरह बैसाखी का पर्व सिखों के लिए काफी अहम है. भारत के अलग अगल राज्य में इसे अलग नामों से जाना जाता है. इस दिन को सिख लोग नए वर्ष के रूप में मनाते है.यह दिन मुख्यरूप से कृषि का पर्व है. इस दिन पुरुष और महिलाएं पारम्परिक वस्त्र पहनते है और पारंपरिक लोक नृत्यों का आयोजन किया जाता है.

ईद (Eid)

ईद मुस्लिम समुदाय के लोगों का एक महत्वपूर्ण और बड़ा त्योहार है. पुरे देशभर में ईद को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन ईद के साथ ही रमजान का महीना भी खत्म हो जाता है. इस दिन पुरे देश के मस्जिदों में नमाज़ पढ़ी जाती है. और एक दुसरे से गले मिलकर ईद मुबारक की जाती है. इस दिन लोग अपने घरो में खीर सेवई बनाते है.   

रक्षाबंधन (Raksha Bandhan)

रक्षाबंधन का त्यौहार हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है. जिसे हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. यह दिन भाई और बहन के प्यार का प्रतीक है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई जीवन भर उसकी रक्षा करने का वचन देता है. बहन भाई के लिए अलग अलग तरह के व्यंजन बनाती है. और भाई अपनी बहन के लिए गिफ्ट लाता है. यह त्यौहार पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है.

जन्माष्टमी (Janmashtami)

हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का काफी महत्व माना जाता है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था. हर साल यह पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन लड्डू गोपाल जी की पूजा अर्चना की जाती है. देश भर में इस कृष्ण जन्माष्टमी को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है खासकर मथुरा, वृंदावन और द्वारका में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन भक्तगण उपवास रखते है और कृष्ण जन्मोत्सव के बाद पूजा कर सागर करते है.

गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)

गणेश चतुर्थी का त्योहार भी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस दिन भगवान गणेश की विशेष रूप से पूजा की जाती है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष को यह पर्व मनाया जाता है. 10 दिनों तक श्री गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन लोग अपने घरो में गणपति भगवान की प्रतिमा स्थापित करते हैं एवं दसवें दिन यानि अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति की प्रतिमा को विसर्जित किया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इन 10 दिनों तक गणपति की पूजा अर्चना करने से फल की प्राप्ति होती है.

नवरात्रि (Navratri)

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, एक वर्ष में चार नवरात्रि आती हैं जिनमे दो गुप्त नवरात्रि, एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि. चैत्र नवरात्रि मार्च या अप्रैल महीने में और शारदीय नवरात्रि सितम्बर या अक्टूबर महीने में आती है. लेकिन इनमे शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि का अहम महत्व माना जाता है. इस दिन 9 दिनों तक देवी दुर्गा के अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है. और इस दिन 9 दिनों तक व्रत रखा जाता है और अष्टमी या नवमी के दिन कन्याओं को प्रसाद बांटकर व्रत खोला जाता है.

दशहरा (Dussehra)

हर साल शारदीय नवरात्रि समाप्त होते ही दशहरे का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू धर्म में दशहरे के पर्व को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था. यह पर्व दिवाली से ठीक 20 दिन पहले और आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है.

करवाचौथ (Karwa Chauth)

करवा चौथ का पर्व खासकर सुहागिन महिलाओं का पर्व होता है. पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य के लिए इस दिन भालचंद्र गणेश जी की पूजा की जाती है. हिन्दू कैलंडर के अनुसार यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्रमा को देखकर उपवास खोलती हैं.

धनतेरस (Dhanteras)

दीपावली हिन्दी धर्म का सबसे बड़ा पर्व है। और इस त्यौहार को पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है. इस पर्व को धनवंतरि जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है. धनतेरस का पर्व कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सोना और चांदी की ज्वेलरी और नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है.

दीपावली (Deepawali)  

भारत ही नही पुरे विश्व में दीपावली का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. हिन्दू धर्म में दीपावली का पर्व काफी अहम होता है. पांच दिनों तक चलने वाला यह महापर्व कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है. इस दिन पूरा देश दीपों से जगमगाता है, इसलिए हम इसे दीपोत्सव भी कहते हैं. इस दिन भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्री राम त्रेता युग में लंकापति रावण का वध कर कार्तिक अमावस्या के दिन माता सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे. भगवान राम के अयोध्या वापस आने के स्वागत में दीप जलाकर दिवाली मनाई गई. तभी से हर वर्ष कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली का महापर्व मनाया जाता है.

भारतीय त्योहार की सूची 2023

Bharat Ke Tyohar – भारत में मनाए जाने वाले मुख्य त्यौहारों की लिस्ट कुछ इस प्रकार है-

15 जनवरी  मकर संक्रंति/ पोंगल 
26 जनवरी बसंत पंचमी  
18 फरवरी महाशिवरात्रि  
08 मार्च   होली
22 मार्च चैत्र नवरात्रि                
30 मार्च राम नवमी                  
22 अप्रैल अक्षय तृतीया                
21 अगस्त नाग पंचमी                    
30 अगस्त रक्षा बंधन                    
07 सितंबर जन्माष्टमी                    
19 सितंबर गणेश चतुर्थी                
15 अक्टूबर शरद नवरात्रि            
24 अक्टूबर दशहरा                      
01 नवंबर करवा चौथ                
10 नवंबर धनतेरस                    
12 नवंबर दिवाली                      
19 नवंबर छठ पूजा          

निष्कर्ष– आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया भारत के प्रमुख त्योहारों की सूची (Indian Festival List In Hindi) के बारें में. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी.

FAQ

Q : भारत का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?
Ans : दीपावली

Q : हिंदू धर्म में कितने त्यौहार हैं?
Ans : हिंदू धर्म में 20 से ज्यादा त्यौहार हैं.

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