क्रिसमस पर निबंध हिंदी में | Christmas Essay In Hindi

4.2/5 - (24 votes)

क्रिसमस पर निबंध हिंदी में, 5 लाइन, 10 लाइन,  क्यों मनाया जाता है, कब है, हार्दिक शुभकामनाएं, स्टेटस, मतलब (Christmas Essay In Hindi, 10 Lines, Class 3, 4, 5, 6, 7, Importance, Essay Writing, 100, 150,  200 Words)

दुनिया के कई देशो में क्रिसमस मनाया जाता है। यह ईसाइयो का सबसे बड़ा त्यौहार है। इसके लिए वो महीनो पहले से ही तैयारी करते है। यह 25 दिसंबर को मनाया जाता है मगर इसकी शुरुआत 24 दिसम्बर के मध्य रात्रि से ही हो जाती है। लोग 24 दिसम्बर की रात्रि से ही एक दूसरे को बधाई देना शुरू कर देते है। एक दूसरे के पास फोन से या मेसेज करके बधाइयाँ देते है। ‘हैपी क्रिसमस’ या ‘मेरी क्रिसमस’ बोलकर एक दूसरे को बधाइयाँ देते है और मिठाइयां भी बाँटते है। इससे पहले वह लोग त्यौहार को सेलिब्रेट करने के लिए क्रिसमस ट्री लगाते है। ईसाई लोग इस पेड़ को शुभ मानते है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (Christmas Essay In Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.   

Christmas Essay In Hindi

क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (Christmas Essay In Hindi)

क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्यौहार है। चूँकि विश्व में ईसाइयो की जनसँख्या सबसे अधिक है। विश्व की कुल आबादी में अकेले ईसाइयों का प्रतिशत 31.5 है, जबकि आबादी 2.2 अरब है। अब यही कारण है कि क्रिसमस दुनिया की सबसे बड़ी आबादी के बीच मनाया जाने वाला त्यौहार माना जाता है। अब यदि देशों की बात करें तो ईसाई देशों की संख्या या यूँ कहे जहाँ बड़े संख्या में ईसाई रहते है, वैसे देशों की संख्या भी अधिक है। इस कारण यह दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। यहाँ भारत में भी ईसाई धर्म के मानने वालो की कुछ आबादी है, इसलिए भारत में भी कुछ लोग इस त्यौहार को मनाते है। इस तरह क्रिसमस दुनिया के एक बड़े हिस्से में मनाया जाने वाला त्यौहार कहलाता है।

क्रिसमस क्यों मनाया जाता है (Why is Christmas Celebrated in Hindi)

ईसाई धर्म के अनुसार उनके भगवान यीशु मसीह का जन्म 25 दिसम्बर को हुआ था। इस कारण इस दिन को ईसाई धर्म में पवित्र माना जाता है और ईसाई लोग इस दिन एक दूसरे को बधाई देकर उत्सव मनाते है। हालांकि जीसस क्राइस्ट के जन्मदिन को लेकर लोगो में मतभेद है। फिर भी परम्परागत रूप से 25 दिसम्बर को ही जीसस क्राइस्ट का जन्म माना जाता रहा है। अब यही कारण है कि 25 दिसम्बर को ईसाई अपने इष्ट देव के जन्मदिन की खुशिया मनाते है और इस दिन को एक त्यौहार के रूप में मनाते है।

क्रिसमस डे पर निबंध हिंदी में (Short Essay on Christmas in Hindi)

जीसस की माँ अविवाहित थी। यानि की एक अविवाहित स्त्री से जीसस का जन्म हुआ था। जीसस की माँ का नाम मरियम था। मरियम का एक नाम मैरी भी था। मैरी को यूसुफ नामक युवक से प्रेम था। शुरू में जब यूसुफ को पता चला कि उसकी प्रेमिका गर्भवती हो गई है तो पहले वो बहुत नाराज हुआ मगर ईसाई मान्यता के अनुसार परी के सपने में आकर अपनी प्रेमिका को अपनाने की सलाह मानकर वो अपनी प्रेमिका मरियम से शादी करने को राजी हो गए और फिर दोनों की शादी हो गई। इस तरह मरियम का विवाह यूसुफ के साथ हो गया।

शादी के बाद यूसुफ, मरियम को लेकर बेथलेहम चला आया। लेकिन जब वे दोनों बेथलेहम पहुंचे तो उन्होंने देखा कि शहर में बहुत भीड़ है और उनके रहने के लिए उन्हें तत्काल कोई उपयुक्त जगह नहीं मिली। इस कारण उन्होंने जानवरो के रहने वाले एक स्थान पर रहना ही उचित समझा। बाद में वही पर मरियम ने ईसा मसीह को जन्म दिया।

क्रिसमस ट्री पर निबंध (Essay on Christmas Tree In Hindi)

क्रिसमस में क्रिसमस ट्री (Christmas Tree) का विशेष महत्व है। ईसाई इन्हे शुभ मानते है। यह पेड़ डगलस, बालसम अथवा फर होता है। इन पेड़ो को सजाया जाता है। यह प्रथा कब से चली आ रही है, इसकी कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है। हाँ, मान्यता है कि इसकी शुरुआत प्राचीन मिस्र से हुई है। ईसाई धर्म के लोगो की मान्यता है कि ये पेड़ आस पास की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इससे जीवन में खुशहाली आती है। हालांकि इतना होने के बाद भी इस प्रथा के आरम्भ होने का न तो सही समय का ज्ञात है और न ही इसके उद्गम स्थान की ठोस जानकारी इतिहास में उपलब्ध है। वास्तव में, क्रिसमस ट्री एक सदाबहार शंकुधारी पेड़ होता है। आधुनिक समय में नकली वृक्ष भी प्रचलन में चली आ रही है। वैसे नकली हो या असली, इस प्रथा के अनुसार दोनों ही पेड़ो को अच्छे से सजाया जाता है। उसे रौशनी से भर दिया जाता है। उसके आस पास मोमबत्तियां या फिर उसप र बिजली की लाइटे लगाई जाती है। इस प्रकार भले ही इसके आरम्भिक काल व स्थान की सही जानकारी उपलब्ध नहीं है। फिर भी इतना तो तय है कि आज क्रिसमस ट्री क्रिसमस की पहचान सी बन गई है और यह ईसाई धर्म में एक धार्मिक परम्परा का हिस्सा बन चुका है।

क्रिसमस पर 10, 15, 20 लाइन हिंदी में (10, 15, 20 Lines on Christmas in Hindi)

  1. क्रिसमस दुनिया के सबसे अधिक देशो में मनाया जाने वाला ईसाइयो का सबसे बड़ा त्यौहार है।
  2. यह 25 दिसंबर को मनाया जाता है मगर इसकी शुरुआत 24 दिसम्बर के मध्य रात्रि से ही हो जाती है।
  3. विश्व की कुल आबादी में ईसाइयो का प्रतिशत 5 है जबकि आबादी 2.2 अरब है।
  4. ईसाई धर्म के अनुसार उनके भगवान ईसा मसीह का जन्म 25 दिसम्बर को हुआ था।
  5. ईसाई लोग ईसा मसीह के जन्म दिन को उत्सव के रूप में मनाते है, जो क्रिसमस कहलाता है।
  6. जीसस की माँ अविवाहित थी।
  7. मरियम का विवाह यूसुफ के साथ हुआ था।
  8. शादी के बाद यूसुफ, मरियम को लेकर बेथलेहम चला आया था।
  9. ईसा मसीह का जन्म जानवरो के एक खलिहान में हुआ था
  10. ईसाई धर्म का प्रवर्तक ईसा मसीह थे।
  11. ईसाई धर्म के मांनने वाले लोग ईसा मसीह को (जीसस क्राइस्ट) भगवान की तरह पूजते है।
  12. क्रिसमस में क्रिसमस ट्री (Christmas Tree) का विशेष महत्व है।
  13. ईसाई धर्म में क्रिसमस ट्री को शुभ का प्रतिक माना जाता है।
  14. क्रिसमस ट्री डगलस, बालसम अथवा फर प्रजाति का सदाबहार पेड़ है, जो शंकु के आकार का होता है।
  15. क्रिसमस ट्री का आरम्भ कब, कैसे, कहाँ हुआ, इतिहास में इसकी कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है।
  16. आधुनिक समय में क्रिसमस ट्री नकली भी प्रचलन में है, जिसको घरो में रखकर लाइटों से सजाया जाता है।
  17. आज ईसाई धर्म में क्रिसमस ट्री धार्मिक परम्परा का हिस्सा का बन चुका है।
  18. क्रिसमस पर ईसाई एक दूसरे को मिठाइयां देते है और चर्च में जाकर प्रार्थना करते है।
  19. लोग इस पेड़ से कपकेक, चॉकलेट आदि खाद्य पदार्थ बांधते हैं और इसे सजाते हैं।
  20. क्रिसमस ट्री को घरों में रखने से नकारात्मकता उर्जा दूर होती है और प्रभु यीशु की कृपा सदैव बनी रहित है.

निष्कर्ष – आज के इस लेख में हमने आपको बताया क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (Christmas Essay In Hindi) बारे में. उम्मीद करते है आपको यह जानकरी जरुर पसंद आई होगी.

FAQ

Q : क्रिसमस धर्म के संस्थापक कौन थे?
Ans : ईसा मसीह

Q : क्रिसमस के पेड़ को क्या कहते हैं?
Ans : वृक्ष डगलस और बालसम

Q : 2023 में क्रिसमस किस दिन है?
Ans : सोमवार के दिन

Q : गूगल क्रिसमस क्यों बनाते हैं?
Ans : ईसा मसीह के जन्म की खुशी में क्रिसमस मनाते है.

Q : यीशु का जन्म किस दिन हुआ था?
Ans : 25 दिसंबर

यह भी पढ़े

 

 

Previous articleक्रिसमस के बारे में रोचक जानकारी | Interesting Facts About Christmas In Hindi
Next articleTulsi Pujan Diwas 2023 : तुलसी विवाह कब है, शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, महत्व और सामग्री

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here