ताज महल का इतिहास, निबंध, रहस्य | Taj Mahal History, Essay In Hindi

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ताजमहल का इतिहास, निबंध, कविता, रहस्य, निर्माण, के बारे में जानकारी, मालिक कौन है, 5, 10, 15, 20 लाइन  (Taj Mahal History, Essay Facts In Hindi, story, information, news)

Taj Mahal Information – प्यार का प्रतीक माना जाने वाला ताजमहल दुनिया के सात अजूबों (Seven Wonders of The World) में गिना जाता है इसकी खूबसूरती के आगे महंगी से महंगी चीजें भी फीकी पड़ जाती है। ताजमहल दुनिया भर में मशहूर है यहां पर हर साल लाखों की तादाद में लोग इस प्यार की निशानी को देखने के लिए आते हैं। यमुना नदी के किनारे स्थित यह इमारत दुनिया में खूबसूरती की नई मिसाल पेश करती है।

ताजमहल की वजह से आगरा शहर भी काफी प्रसिद्ध हो चुका है आगरा मुगलों का भी सबसे पसंदीदा शहर था जिस वजह से उन्होंने अपनी राजधानी आगरा को बनाना ही पसंद किया। ताजमहल अपने आप में बहुत बड़ी मिसाल है दुनिया में इसकी जैसी कोई भी इमारत आज तक निर्मित नहीं की गई है। दुनिया का हर एक व्यक्ति इसको देखने की चाहत रखता है क्योंकि मोहब्बत की ताजमहल के अलावा ऐसी कोई निशानी नहीं है। आज के इस पोस्ट में हम आपको ताज महल का इतिहास, निबंध (Taj Mahal History, Essay In Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है.

Taj Mahal History

आगरा में क्या है? ताजमहल
ताजमहल कहा है ? आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत
किसने बनाया शाहजहाँ
किसकी याद में अरजुमंद बानो बेगम (मुमताज महल)
कब बना 1653
ताजमहल की ऊंचाई 73 मीटर  (240 फुट)
वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी
वास्तुशिल्पीय शैली मुगल

ताजमहल का इतिहास (Taj Mahal History In Hindi) 

ताजमहल को पर्यटन के दृष्टिकोण से बहुत ही अच्छा माना जाता है ताज महल उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है। ताजमहल का निर्माण सन 1653 में मुगल शासक शाहजाह ने अपनी चहेती बेगम मुमताज महल (अरजुमंद बानो बेगम) की याद में इस सुन्दर ईमारत का निर्माण करवाया। 1631 ईसवी में शाहजहां ने चारो और अपनी जीत का परचम लहरा दिया था उनकी सभी बेगम उनके लिए खास थी लेकिन उनमें से भी एक बेगम जिसका नाम मुमताज महल था वह उनसे बहुत ही प्रेम करते थे। लेकिन दुर्भाग्य की बात तो यह है कि मुमताज महल की मृत्यु अपने 14वे  बच्चे के जन्म के दौरान हो गई थी। मुमताज महल ने जिस बच्चे को जन्म दिया उसका नाम गोहर बेगम था शाहजहां का शासनकाल 1628 ईस्वी से 1658 ईसवी तक चला। शाहजाह ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण करवाया था ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 ईस्वी से प्रारंभ हो गया था।

शाहजहां का मानना था कि वह दुनिया में अपनी प्यार की निशानी के लिए एक ऐसी मिसाल पेश करें उसे आने वाले समय तक दुनिया याद रखें इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस नायाब इमारत को तैयार करवाया। शाहजाह चाहते थे कि इस इमारत को बनाने के लिए एक ऐसे कारीगर को लाया जाए जो शिल्प कला में माहिर हो इसके लिए बगदाद से एक कारीगर को बुलाया गया। ताजमहल के निर्माण से पूर्व दक्ष कारीगरों की जांच पड़ताल शुरू हो गई थी उनमे से केवल कुछ ही कारीगरों को इस काम के लिए चुना गया और 20000 मजदूरों के साथ इसका  निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया।  ताजमहल के निर्माण कार्य को पूरा होने में लगभग 22 साल से अधिक का समय लग गया था।ताजमहल के निर्माण कार्य में सफेद रंग के पत्थरो का इस्तेमाल किया गया ऐसे बहुत से पत्थर अलग-अलग देशों से मंगवाए गए इसके निर्माण कार्य के लिए। ताजमहल को गुबंदनुमा आकार में ढाला गया है इसका मुख्य गुबंद 60 फिट ऊंचा और 80 फ़ीट चौड़ा है।

ताजमहल की वास्तुकला और बनावट  (Taj Mahal Architecture In Hindi)

ताजमहल को बनवाने के लिए शाहजहां ने सफेद संगमरमर  का प्रयोग किया था और ताजमहल का पूरा परिसर 42 एकड़ में फैला हुआ है। ताजमहल के निर्माण में उपयोग होने वाले संगमरमर पत्थर को राजस्थान के मकराना से लाया गया था वही कुल 18 प्रकार के बहुमूल्य पत्थरों को इसके निर्माण कार्य में उपयोग किया गया। मुख्य सुलेखना कर्ता के तोर पर अमानत खान को रखा गया था जो ईरान से थे। ताजमहल में बनाये गए सुन्दर सुवर्ण कलश जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है काजिम खान द्वारा निर्मित किया गया था जिन्हे खास तोर पर लाहौर से बुलाया गया था।

ताज महल में निर्मित अन्य भाग

यमुना नदी के किनारे सुंदर बागो से सजा ताजमहल अपनी खूबसूरती को दुनिया भर में फैलाए हुए हैं इसका परिसर लगभग 42 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ है ताज महल में प्रवेश करने का द्वार को काफ़ी सजाया गया है। ताजमहल की खूबसूरती में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो उसमें चार चांद लगाने का काम करती है।

(1) मकबरा

ताजमहल में मकबरे को एक सम्मित वर्ग के आकार में ढाला गया है साथ ही इन में प्रवेश करने के लिए ऊंचे-ऊंचे द्वार भी बनाए गए हैं। मकबरे के ऊपर गुबंदनुमा आकर बनाया गया है जिसमें सोने के पानी की परत चढाई गई है जो दिखने में एकदम ऐसा लगता है कि सोने का गुंबद है। इन मकबरो की ऊंचाई लगभग 55 मीटर है। इसके अंदर एक मुख्य कक्ष मौजूद है जिसमें मुमताज महल और शाहजहां की नकली कब्रे मौजूद है।

(2) गुबंद

गुबंद एक प्याज की आकार की संरचना होती है जिसे  मकबरे के ऊपर अच्छी तरीके से सोने के पानी की परत के साथ डिजाइन किया गया है। गुबंद की ऊचाई इमारत की ऊंचाई कि लगभग बराबर 35 मीटर ऊंची है। अगर इसकी शिखर को देखा जाए तो वह ऐसा प्रतीत होता है जैसे उल्टा कमल रखा हो। गुबंद के किरीट पर एक कलश विद्यमान है जो पहले सोने से निर्मित था लेकिन अब वह कांसे का है।

(3) छतरियाँ

गुबंद को सहारा देने के लिए उसके चारों ओर छतरिया बनाई गई हैं इनको खासतौर पर संगमरमर से तैयार  किया गया है छतरियों  के ऊपर फारसी वास्तुकला का बेहतर नमूना तैयार किया गया है।

(4) मीनारे

ताजमहल के मुख्य आधार पर 4 मीनारे बनाई गई है यह चारों मीनारें चारों किनारों पर मौजूद है जिनकी ऊंचाई लगभग 40 मीटर है। इन मीनारों में देखने वाली बात यह है कि यह सीधी नहीं है बल्कि झुकी हुई है। इसको कारीगर द्वारा इस तरह से बनाया गया है कि यदि भविष्य में कभी यह मीनारें गिरती हैं तो इससे ताजमहल को कोई क्षति नहीं पहुँचती है।

(5) चार बाग़

फ़ारसी बागो से प्रेरित होकर चार बाग़ या मुग़ल बाग़ का निर्माण करवाया गया इस बाग़ का निर्माण मुख्य द्वार मकबरे के मध्य किया गया है यह खुला हुआ है इसके चारों तरफ कोई भी दीवार मौजूद नहीं है। यह लगभग 300 वर्ग मीटर के परिसर में फैला हुआ है इनमें क्यारियां भी बनाई गई है जिनमें प्रत्येक क्यारी के अंदर फवारे मौजूद है।

(6) आंतरिक सजावट

ताज महल के अंदर की सजावट बहुमूल्य पत्थरों एवं रत्नों के द्वारा की गई है अष्टकोण आकार का एक कक्ष निर्मित किया गया है जिसके प्रत्येक भाग में एक द्वार  मौजूद है। आठ पिश्ताक मेहराब बनाये गए है जिनके ऊपर छज्जे मौजूद हैं।

ताज महल के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Taj Mahal in Hindi)

  • कुतुब मीनार की तुलना में ताजमहल  ऊंचा है जबकि लोगों को यह बताया गया है कि कुतुबमीनार सबसे ऊंची है।
  • ताजमहल को बनाने वाले कारीगरों के शाहजाह ने हाथ कटवा दिए थे क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि ताजमहल कि जैसी कोई दूसरी इमारत बनाई जाये।
  • कुछ जानकारों का मानना है कि ताजमहल का निर्माण शाहजहां के द्वारा नहीं करवाया गया था ताजमहल एक हिंदू मंदिर था जिसको शाहजहां ने मकबरे के रूप में परिवर्तित करवाया।
  • सन 1983 में ताजमहल को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल कर लिया गया।
  • ताजमहल आकर्षण का बहुत बड़ा केंद्र है इसी वजह से हर साल यहां पर 50 से 60 लाख पर्यटक ताजमहल को देखने के लिए आते हैं।
  • ताजमहल के निर्माण कार्य के लिए सामग्री को लाने के लिए एक हजार से अधिक हाथियों का उपयोग किया गया था।
  • ताजमहल का रंग दिन और रात में परिवर्तित होता रहता है इसके पीछे का कारण सूर्य का प्रकाश है जब सूर्य का प्रकाश ताजमहल पर पड़ता है तो वह गुलाबी रंग का प्रतीत होता है।
  • ताजमहल के निर्माण कार्य लगभग 32 मिलियन के खर्च से पूरा हुआ था।

ताजमहल से जुड़ी अफवाह और सच

अफवाह – क्या सच में शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ कटवा दिए थे.
सच – शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ नही कटवाए थे बल्कि शाहजहाँ ने उन्हें जिंदगीभर पैसा देकर आजीवन काम ना करने किए लिए कहा था. 

अफवाह – क्या कुछ घंटों में ही बदल जाता है ताजमहल का कलर
सच – ऐसा कुछ नही है सूरज की किरणों की वजह से ऐसा होता है.

अफवाह – ताजमहल में एक  शिव मंदिर है जिसे एक राजपूत राजा ने बनवाया था
सच – ऐसा कुछ नही है कि ताजमहल में शिव मंदिर है.

ताज महल पहुंचने का तरीका (How To Reach Taj Mahal )

ताजमहल को देखने के लिए लाखों की तादाद में लोग वहां पर पहुंचते हैं विदेशों से भी लोग ताजमहल को देखने के लिए आते हैं क्योंकि ताजमहल दुनिया में प्रेम का प्रतीक माना जाता है। ताजमहल की वजह से आगरा एक प्रसिद्ध शहर बन चुका है इस वजह से यहां पर पहुंचने की सभी सुविधाएं मौजूद है आप चाहे बस, ट्रैन या फिर प्लेन के माध्यम से यहां पर पहुंच सकते हैं।

  • प्लेन के माध्यम से ताजमहल पहुंचना चाहते हैं तो आपको ताजमहल के नजदीकी एयरबेस खेरिया पहुंचना होगा वहां से महज 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ताजमहल है जहां पर जाने के लिए आपको ऑटो रिक्शा मिल जाएंगे।
  • आगरा के रेलवे स्टेशन से ताजमहल की दूरी मात्र 3.7 किलोमीटर है  आप मात्र 10 मिनट में ताजमहल पहुंच सकते हैं।
  • बस स्टैंड से आगरा का ताजमहल 700 मीटर की दूरी पर है यदि आप बस के द्वारा यात्रा करते हैं तो आप सीधे ताजमहल ही पहुंच जाएंगे।

ताजमहल पर विवाद

इलाहाबाद हाईकोर्ट में भाजपा नेता डॉ. रजनीश सिंह ने एक याचिका दायर की थी जिसमे ताजमहल के 22 कमरों को खोलने की मांग की थी उन्होंने दावा किया है कि अगर इसे खोलने कि इज़ाज़त मिले तो इसके नीचे हिन्दू देवी देवताओं की मूर्तियां और शिलालेख मिल सकते है।

लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसकी सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को फटकार लगाई है और कहा कि जनहित याचिका व्यवस्था का दुरुपयोग न करें।

Conclusion –  उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको ताज महल का इतिहास, निबंध (Taj Mahal History, Essay In Hindi) के बारे में बताई गई जानकारी पसंद आई होगी। ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक माना जाता है इसलिए यह दुनिया भर में अपनी खूबसूरती की मिसाल पेश करता है।  अगर ताजमहल से जुड़ा आपका कोई भी प्रश्न है तो आप कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है आप के प्रत्येक प्रश्न का जवाब सही और कम समय में दिया जाएगा।

FAQ

Q : ताज महल कहा है?
Ans : ताज महल आगरा, उत्तर प्रदेश में है।  

Q : ताजमहल भारत के कौन से शहर में स्थित है?
Ans : भारत के आगरा शहर में स्थित है। 

Q : शाहजहां ने ताजमहल कब बनवाया था?
Ans  : 1632 में काम होना शुरू हुआ और 21 साल में जाकर ताजमहल बनाकर तैयार हुआ। 

Q : ताजमहल के नीचे किसका मंदिर है?
Ans  :  ताजमहल के नीचे भगवान शिव का मंदिर है। 

Q : ताजमहल का डिजाइनर कौन था?
Ans  :  चारमीनार का निर्माण 1591 में मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने बनवाया था। 

Q : ताजमहल का डिजाइनर कौन था?
Ans  : उस्ताद अहमद लाहौरी

Q : ताजमहल  किसने बनवाया था?
Ans  : मुग़ल बादशाह शाहजहां ने

Q : ताजमहल का मालिक कौन है?
Ans  : भारत सरकार

Q : ताजमहल किसकी याद में बनाया गया?
Ans  : बेगम मुमताज महल की याद में

Q : ताजमहल का दूसरा नाम क्या है?
Ans  : बीबी का मकबरा

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