एसडीएम का फुल फॉर्म क्या होता है? | SDM Full Form in Hindi

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एसडीएम का फुल फॉर्म क्या होता है, इन हिंदी, पॉवर, कहां बैठता है, सैलरी, वेतन, मतलब, कौन होता है, कैसे बने, सुविधाएं, काम (SDM Full Form in Hindi, salary,  kya hota hai, jyoti maurya, SDM means, latest news, Power, work, Responsibilities, Qualification)

कुछ दिनों से एक नाम काफी ज्यादा सुर्खियों में चल रहा है और वह है एसडीएम (SDM). दरअसल एसडीएम ज्‍योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या खूब चर्चाओ में है और इन पर सोशल मीडिया पर काफी मीम भी बन रहे है. इसी बीच कई लोगो के मन में प्रश्न है कि SDM कौन होता है, SDM बनने के लिए कितनी पढाई करनी होती है और SDM बनने के लिए कौनसी परीक्षा देनी होती है. दरअसल एसडीएम एक बड़ा पद होता है और उनके पास जिले की अहम ज़िम्मेदारी होती है.

इस आर्टिकल में हम आपको बतायेंगे एसडीएम का फुल फॉर्म (SDM Full Form in Hindi), एसडीएम की पॉवर, एसडीएम की सैलरी, और एसडीएम बनने के लिए कौनसी एग्जाम देनी होती है.

SDM Full Form in Hindi

एसडीएम फुल फॉर्म इन हिंदी (SDM Full Form in Hindi)

एसडीएम का फुल फॉर्म होता है Sub Divisional Magistrate (सब डिविजनल मजिस्ट्रेट) और हिंदी में इसे उपखंड मजिस्ट्रेट कहते है. जिलों को विभाजित करके उपविभाग (Sub Divisional) बनाये जाते हैं और उपविभाग को एसडीएम द्वारा संचालित किया जाता है. जो डिस्ट्रिक्ट लेवल से नीचे एक एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर होता है. इस ऑफिसर की रैंक देश की गवर्नमेंट स्ट्रक्चर पर आधारित होता है.

एसडीएम कौन होता है? (Who Is SDM In Hindi)

एसडीएम सरकारी संरचना का एक उच्च अधिकारी होता है जिसका चयन संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) और राज्यों के लोक सेवा आयोग (PCS) द्वारा किया जाता है. इस परीक्षा में पास हो जाने के बाद उम्मीदवारों को SDM पद पर नियुक्ति मिलती है. आपकी जानकारी के लिए बता दूँ अगर किसी राज्य की सिविल सेवा परीक्षा में सफल होता है तो उसे SDM बनाया जाता है और राज्य का सबसे बड़ा पद यही होता है. वहीं, यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद एक आईएएस अधिकारी को अपने कैडर में ट्रेनिंग के दौरान या उसके बाद मिलने वाली पहली पोस्टिंग में SDM पद भी मिल सकती है. एसडीएम की पोस्ट पर काम करने का कोई निश्चित समय नहीं है, क्योंकि ऑफिसर को हर वक्त अपनी सर्विस के लिए तत्पर तैयार रहना होता है. एक SDM को अपने इलाके में प्रशासन के मामलों को देखना होता है.

एसडीएम कैसे बने पूरी जानकारी (How to become a SDM Officer in Hindi)

एसडीएम आप दो एग्जाम देकर बन सकते है. पहला यूपीएससी की परीक्षा पास कर और दूसरा राज्य की पीसीएस परीक्षा पास कर. दोनों परीक्षाएं देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक हैं. इस परीक्षा का परीक्षा फॉर्म भरने के लिए आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Sdm Ke Liye Qualification) होना चाहिए. इन परीक्षाओं की तीन चरण होते है पहले प्रारंभिक परीक्षा, फिर मुख्य परीक्षा और फिर इंटरव्यू. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित इस परीक्षा को अच्छे अंको से पास होने पर आईएएस ऑफिसर बन जाते है और एक आईएएस अधिकारी की पहली पोस्टिंग एसडीएम के रूप में होती है. तो वही राज्य की पीसीएस परीक्षा में सफल होने के बाद एसडीएम बनाया जाता है. यह पद राज्य का सबसे बड़ा पद होता है. अगर आसान शब्दो में समझे तो एक SDM राज्य सिविल सेवा का वरिष्ठ अधिकारी भी हो सकता है तो वही इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस का जूनियर ऑफिसर भी एसडीएम हो सकता है.

एसडीएम का पावर और जिम्मेदारियां (SDM Power and Duties In Hindi)

एसडीएम को दिया गया पद 1973 आपराधिक प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत आते हैं. SDM कई छोटी-छोटी कार्रवाइयों के अंतर्गत विभिन्न मजिस्ट्रियल ड्यूटी का काम भी देखते है. यह एक पीसीएस रैंक का अधिकारी होता है. राज्य के सभी तहसीलें या उपविभाग मजिस्ट्रेटों के अंडर में आते है. और उनका अपने उपखण्ड के अंतर्गत आने वाले तहसीलदारों पर भी पूरा कंट्रोल होता है. SDM अपने उपखण्ड के जिला अधिकारी एवं तहसीलदार के बीच रिलेशन बनाये रखता है.

एसडीएम एक पावरफुल पद है और इसके साथ ही उनके पास कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी होती हैं. एक SDM के पास चुनाव आधारित कार्य, राजस्व का कार्य, ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण एवं जारी करना, वाहन पंजीकरण, विवाह पंजीकरण, प्रशासनिक और न्यायिक कार्य, क्षेत्रीय विवाद निपटाना, एससी/एसटी और ओबीसी जैसे सर्टिफिकेट्स जारी करना, सार्वजनिक भूमि का संरक्षण और भूमि पंजीकरण जैसे कर्यो को ज़िम्मेदारी होती है. इसके अलावा आपराधिक प्रक्रिया के कार्य भी यही देखते है. कई राज्यों में सब कलेक्टर भी कहा जाता है.

एसडीएम की सैलरी (SDM Salary per month)

इस पद पर रहते हुए एसडीएम को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं. उनकी शुरुआती सैलरी 56100 रुपये मिलते है. SDM का पे स्केल 9300-34800 रुपये और ग्रेड पे 5400 होती है. सैलरी में उन्हें कई तरह के भत्ते भी मिलते है. इसके अलावा उनको सरकारी घर, सरकारी गाड़ी, खाना बनाने और घर का काम करने के लिए नौकर, सुरक्षाकर्मी, फ्री बिजली, टेलीफोन कनेक्शन, ऑफिसियल विजिट के दौरान आवास सुविधा, हायर एजुकेशन के लिए छुट्टी और रिटायरमेंट के बाद पेंशन जैसे लाभ मिलते हैं.

निष्कर्ष – तो आज के इस लेख में हमने बताया एसडीएम का फुल फॉर्म (SDM Full Form in Hindi), एसडीएम की पॉवर, एसडीएम की सैलरी, और एसडीएम बनने के लिए कौनसी एग्जाम देनी होती है. के बारे में. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी. अगर आपका कोई सुझाव है तो कमेंट करके जरूर बताइए. अगर आपको लेख अच्छा लगा हो तो रेटिंग देकर हमें प्रोत्साहित करें.

FAQ

Q : जिले में एसडीएम कितने होते हैं?
Ans : जिले में एसडीएम होने की संख्या तय नही होती. वैसे जिले में जितने तहसील होते है उसके हिसाब से एसडीएम होते है.   

Q : एसडीएम के कार्य कौन कौन से हैं?
Ans : प्रशासनिक और न्यायिक कार्य, राजस्व कार्य, भूमि सबंधित कार्य, सीमांकन और अतिक्रमण जैसे कार्य आदि.

Q : एसडीएम की सैलरी कितनी होती है?
Ans : शुरुआती सैलरी 56100 रुपये और भत्ते अलग से.

Q : एसडीएम कहां बैठता है
Ans : तहसील में

Q : एक जिले में कितने एसडीएम होते हैं?
Ans : जिले में एसडीएम होने की संख्या तय नही होती. वैसे जिले में जितने तहसील होते है उसके हिसाब से एसडीएम होते है.   

Q : एसडीएम को हिंदी में क्या कहते हैं?
Ans : सब डिविजनल मजिस्ट्रेट

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