न्यायाधीश उदय उमेश ललित का जीवन परिचय, बायोग्राफी, सर्वोच्च न्यायालय, भारत के मुख्य न्यायाधीश, क्रिमिनल लॉ स्पेशलिस्ट, एडवोकेट, वकील, पूरा नाम, आयु, जन्मदिन, जाति, परिवार, पत्नी, शिक्षा, शैक्षणिक योग्यता, जन्म तिथि (Justice UU Lalit Biography In Hindi, Wikipedia, Biodata, CJI, 49th Chief Justice Of India, lawyer, Birthday, Full Name, Age, Family, Wife, Cast, Education Qualification, Date Of Birth)
भारत के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित (Justice Uday Umesh Lalit) ने 27 अगस्त 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई. इनके नाम की सिफ़ारिश भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में की है. भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस उदय उमेश ललित (Justice UU Lalit) है. इनका कार्यकाल सिर्फ 71 दिनों का होगा. यह 8 नवम्बर 2022 को रिटायर्ड हो गए.
न्यायमूर्ति यूयू ललित आपराधिक कानून के विशेषज्ञ हैं. इनका नाम कई हाई-प्रोफाइल केसेज़ से जुड़ा रहा और कई महत्वपूर्ण फैसले सुना चुके हैं. तो आज के इस लेख में हम आपको जस्टिस यूयू ललित का जीवन परिचय (Justice UU Lalit Biography In Hindi) के बारें में विस्तृत जानकारी प्रदान करने वाले है.
जस्टिस यूयू ललित का जीवन परिचय | Justice UU Lalit Biography In Hindi
नाम (Name) | जस्टिस यूयू ललित (UU Lalit) |
पूरा नाम (Full Name) | जस्टिस उदय उमेश ललित |
जन्म तारीख (Date of birth) | 09 नवम्बर 1957 |
जन्म स्थान (Place) | सोलापुर, मुंबई, महाराष्ट्र |
उम्र (Age) | 65 साल (2022) |
धर्म (Religion) | हिंदू धर्म |
पेशा (Profession) | एडवोकेट |
वर्तमान पद (Current Position) | भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश |
हाई-प्रोफाइल केसेज़ | सलमान खान हिट एंड रन केस, अमरिंदर सिंह पर भ्रष्टाचार मामला, अमित शाह शोहराबुद्दीन फेक एनकाउंटर केस, पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह का जन्मतिथि से जुड़ा मामला |
महत्वपूर्ण फैसले | तीन तलाक, पॉक्सो से जुड़े कानून और केरल में पद्मनाभस्वामी मंदिर पर त्रावणकोर परिवार का दावा |
शिक्षा (Educational Qualification) | लॉ ग्रेजुएट |
कॉलेज (College) | गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
राशि (Zodiac Sign) | वृषभ राशि |
भाषा(Languages) | इंग्लिश, हिंदी, मराठी |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | वैवाहिक |
पत्नी का नाम (wife’s name) | अमिता उदय ललित |
कौन है जस्टिस यूयू ललित (Who is Justice UU Lalit)
जस्टिस यूयू ललित सोलापुर, महाराष्ट्र के रहने वाले है. साल 1983 में एक अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया. दिसंबर 1985 तक बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की. जनवरी 1986 से दिल्ली में प्रैक्टिस करना शुरू किया. साल 1986 से लेकर साल 1992 तक भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी के साथ काम किया. अप्रैल 2004 में सुप्रीमकोर्ट द्वारा सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किए गए. दो कार्यकालों के लिए सुप्रीमकोर्ट के लीगल सर्विस कमिटी की मेम्बर बने और 13 अगस्त 2014 को भारत के सुप्रीमकोर्ट के जज नियुक्त हुए. 27 अगस्त 2022 को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश बने और 8 नवम्बर 2022 को रिटायर्ड हुए। अपने 74 दिनों के कार्यकाल में इन्होंने शीर्ष अदालत में 10 हज़ार से ज्यादा मामलों का निपटारा किया और 13 हज़ार दोषपूर्ण याचिकाओं का निस्तारण किया। इसके अलावा सामान्य वर्ग के आर्थिक गरीब (EWS) को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के फैसला किया।
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जस्टिस यूयू ललित का जन्म, शिक्षा और परिवार (Justice UU Lalit Birth, Educational Qualification and Family)
जस्टिस यूयू ललित का पूरा नाम उदय उमेश ललित है इनका जन्म महाराष्ट्र के सोलापुर में 9 नवंबर, 1957 को हुआ. इनके पिताजी उमेश रंगनाथ ललित जो कि वकील है. इनके दादाजी रंगनाथ ललित जो कि सोलापुर, महाराष्ट्र में वकालत करते थे और पिताजी ने भी यही से वकालत करनी शुरू की. महाराष्ट्र और मुंबई में वकालत से काफी नाम कमाया इसके बाद मुंबई हाई कोर्ट में जज बने. जस्टिस यूयू ललित ने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से लॉ में ग्रेजुएट किया.
जस्टिस यूयू ललित की पत्नी का नाम अमिता उदय ललित हो जो पेशे से शिक्षाविद है. नोएडा में कई सालो से स्कूल चलाती है. इनके दो बेटे है. बड़े बेटे श्रेयस उदय ललित जिन्होंने आईआईटी गुवाहाटी से मैकेनिकल में इंजीनियरिंग की जिसके बाद वकालत की पढाई की और इनकी शादी रवीना से हुई जो एक वकील है. छोटा बेटा हर्षद उदय ललित अपनी वाइफ राधिका के साथ अमेरिका में रहते है.
जस्टिस यूयू ललित के परिवार की जानकारी (Justice UU Lalit Family Information)
दादाजी का नाम | रंगनाथ ललित |
पिता का नाम | उमेश रंगनाथ ललित |
पत्नी का नाम | अमिता उदय ललित |
बच्चे | 2 बेटे |
बेटे का नाम | श्रेयस और हर्षद |
बहु का नाम | रवीना और राधिका |
जस्टिस यूयू ललित का करियर (Justice UU Lalit Career)
- जस्टिस उदय उमेश ललित ने जून 1983 में बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र और गोवा में एक वकील के रूप में नामांकन किया. इन्होंने साल 1983 से लेकर साल 1985 तक बॉम्बे उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की.
- जस्टिस ललित ने साल 1986 से लेकर साल 1992 तक भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली जहांगीर सोराबजी के साथ भी काम किया.
- साल 1986 से जस्टिस उदय उमेश ने दिल्ली में प्रैक्टिस करना शुरू किया.
- साल 2004 में सर्वोच्च न्यायालय ने जस्टिस उदय उमेश को एक वरिष्ट एडवोकेट के रूप में नामित किया. लगातार दो बार सुप्रीम कोर्ट की लीगल सर्विस कमिटी के सदस्य भी रह चुके हैं.
- साल 2011 में न्यायाधीश जीएस सिंघवी और अशोक कुमार गांगुली की सर्वोच्च न्यायालय की बेंच ने जस्टिस यूयू ललित को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामलों में सीबीआई के लिए स्पेशल प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया.
- भारत के पूर्व चीफ जस्टिस राजेंद्र मल लोढ़ा की सिफ़ारिश पर 13 अगस्त 2014 को जस्टिस उदय उमेश को न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया. जस्टिस उदय सीधे सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत होने वाले छठे वकील बने.
- भारत के इतिहास में जस्टिस उदय उमेश ऐसे दूसरे चीफ जस्टिस हैं जो सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनने से पहले किसी भी हाई कोर्ट में न्यायाधीश नहीं थे. वह सीधे एडवोकेट से सुप्रीमकोर्ट के जज नियुक्त किये गए. इनसे पहले साल 1971 में भारत के 13वें न्यायमूर्ति एस.एम. सीकरी ने यह सफलता प्राप्त की थी.
- भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 10 अगस्त 2022 को जस्टिस यूयू ललित को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया. और 27 अगस्त 2022 को राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में भारत के 49वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली. इनका कार्यकाल सिर्फ 74 दिनों का रहा. इन 74 दिनों में इन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए जिनमे EWS को 10% आरक्षण देने का फैसला, 10000 से अधिक लंबित केस का निपटारा किया। इनका कार्यकाल 8 नवम्बर 2022 को समाप्त हुआ।
जस्टिस यूयू ललित के महत्वपूर्ण फैसले (Justice UU Lalit Important Decisions in Hindi)
जस्टिस यूयू ललित ने कई अहम और बड़े फैसले दिए है. जिनमे ट्रिपल तलाक, और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद शामिल है.
- जस्टिस उदय उमेश ललित को 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट के जज बने. उस समय वह वरिष्ठ अधिवक्ता थे. वह ट्रिपल तलाक की प्रथा के चलन को को अवैध बताते हुए फैसला देने वाली बेंच का हिस्सा थे. अगस्त 2017 में पांच न्यायाधीशों की संविधानिक बेंच ने 3:2 के बहुमत से पास करते हुए ट्रिपल तलाक को गैर कानूनी घोषित किया.
- जस्टिस उदय उमेश ललित ने जनवरी 2019 में अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले की सुनवाई से दुरी बना ली थी. क्यों कि जस्टिस यूयू ललित राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के एक केस की साल 1997 में वकालत की थी.
- जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता में एक बेंच एक घंटे पहले सुबह 9.30 बजे ही बैठ गई थी. जस्टिस उदय उमेश ललित कहना था कि जब हमारे बच्चे सुबह सात बजे स्कूल जा सकते हैं तो हम सभी जज सुबह 9 बजे कोर्ट में क्यों नहीं आ सकते.
- जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने बंबई हाईकोर्ट का विवाद त्वचा से त्वचा के संपर्क फैसले को खारिज कर दिया था.
- सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर 2022 को 103वें संविधान संशोधन अधिनियम 2019 की वैधता को बरकरार रखते हुए सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) के लिए 10% आरक्षण दिया जाना चाहिए। यह फैसला पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ ने सुनाया इन न्यायाधीशों में मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित, न्यायमूर्ति एस रवींद्र भट, दिनेश माहेश्वरी, जेबी पारदीवाला और बेला एम त्रिवेदी शामिल थे.
जस्टिस यूयू ललित के चर्चित केस (Justice UU Lalit Popular Case)
- जस्टिस यूयू ललित क्रिमिनल लॉ स्पेशलिस्ट है. इन्होने वकील के रूप में सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर केस में भारत के गृह मंत्री अमित शाह की पैरवी की थी.
- जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली पीठ ने केरल के मशहूर पद्मनाभस्वामी मंदिर के प्रबंधन अधिकार मामले में त्रावणकोर के शाही परिवार के पक्ष में फैसला सुनाया. इस मंदिर का नाम भारत की सबसे अमीर मंदिरों की लिस्ट में शामिल है.
- जस्टिस उदय उमेश ललित काला हिरण शिकार मामले में एक्टर सलमान खान की और भ्रष्टाचार मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की भी पैरवी कर चुके हैं. इनके अलावा पूर्व आर्मी चीफ जनरल विजय कुमार सिंह की भी जन्म दिवस केस में भी पैरवी कर चुके हैं.
जस्टिस यूयू ललित का सेवानिवृत्त (Justice UU Lalit Retirement)
27 अगस्त 2022 को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित बने इनका कार्यकाल सिर्फ 71 दिनों का रहा. 8 नवम्बर 2022 को जस्टिस यूयू ललित रिटायर्ड हुए।
निष्कर्ष– आज के इस लेख में हमने आपको बताया जस्टिस यूयू ललित का जीवन परिचय (UU Lalit JUSTICE Biography In Hindi) के बारें में. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी.
FAQ
Q : यूयू ललित कौन है?
Ans : भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश
Q : यूयू ललित जस्टिस कब बने?
Ans : 27 अगस्त 2022 को
Q : भारत के मुख्य न्यायाधीश कौन है 2022?
Ans : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
Q : भारत के मुख्य न्यायाधीश का क्या नाम है?
Ans : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
Q : वर्तमान में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कौन है?
Ans : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
Q : भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश कौन है?
Ans : हीरालाल जे. कानिया
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