नाटो क्या है, कौन कौन से देश सदस्य हैं, मुख्यालय, स्थापना, पूरा नाम , फुल फॉर्म इन हिंदी, सदस्य देशों के नाम (What Is NATO In Hindi, Full Form, Members, Countries, Headquarters)
विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद दुनिया के कई देशों को जान-माल की भारी नुकसान हुआ था. ऐसे में सभी देश के पॉलिटिशियन इस बात को लेकर चिंतित थे कि भविष्य में ऐसी घटना फिर कभी देखने को न मिले. तभी इस तरह की घटना से निजात पाने के लिए नाटो (NATO) की स्थापना की गई. जिसमें कई देशों ने अपने मिलिट्री फ़ोर्स को इसमें लगा दी.
आज नाटो दुनिया का सबसे बड़ा मिलिट्री अलायन्स है. नाटो के तहत किसी भी देश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है जो देश नाटो के नियमों का पालन नहीं करता है. नाटो उस वक्त अधिक सुर्खियों में आया जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ. आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे नाटो क्या (What Is NATO In Hindi) है, नाटो में कितने सदस्य देश है, नाटो की स्थापना कब हुई और नाटो का मुख्यालय कहां है.
नाटो क्या है (What Is NATO In Hindi)
नाटो एक ऐसा संगठन है जो रक्षा गठबंधन के रूप में कार्य करता है. इसका गठन 4 अप्रैल 1949 में संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस सहित 12 देशों के साथ किया गया था. इसमें शामिल देशों ने तय किया कि किसी भी देश में युद्ध जैसी स्थिति होने पर दूसरे देशों की मदद के लिए अपने देशों की सेना भेजी जाए. जब तक हमें एक दूसरे की मदद करनी है, तब तक सामने वाला देश युद्ध की स्थिति से मुक्त नहीं हो जाए. आप नाटो को यूरोप को रूस से बचाने का जरिया कह सकते हैं. जिस समय इसे शुरू किया गया था, इसका एकमात्र लक्ष्य वर्ल्ड वार सेकंड के बाद यूरोप में रूस के विस्तार को पूरी तरह से रोकना था. नाटो का मुख्य उद्देश्य दुनिया में शांति बनाए रखना है और आज नाटो के 30 सदस्य देश हैं.
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नाटो फुल फॉर्म इन हिंदी (NATO Full Form)
नाटो फुल फॉर्म होता है “North Atlantic Treaty Organization” नॉर्थ ऍटलाण्टिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन. हिंदी में इसका अर्थ है “उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन”. इसके अलावा इसे अटलांटिक अलायन्स के नाम से भी जानते है.
नाटो के गठन के उद्देश्य (What Is The Purpose Of Nato In Hindi)
- नाटो का एक मुख्य उद्देश्य पश्चिमी यूरोप के देशों को एक सूत्र में बांधना.
- यूरोपीय देशों को सैन्य सुरक्षा और वित्तीय सहायता प्रदान करना.
- यूरोप पर युद्ध जैसी स्थिति के वक्त निवारक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना.
- लोगों को मानसिक रूप से युद्ध के लिए तैयार करना और वेस्टर्न यूरोप में सोवियत यूनियन के विस्तार पर पूर्ण विराम लगाना.
नाटो के सदस्य देशों के नाम (How Many Countries in NATO In Hindi)
1945 में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद सोवियत संघ और अमेरिका महाशक्तियों के रूप में उभरे. जिससे यूरोप में खतरे की आशंका बढ़ गई थी. और ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम और नीदरलैंड समेत कई देशों ने नाटो की सदस्यता इसलिए ली है कि अगर किसी देश में युद्ध की स्थिति पैदा होती है तो दूसरा देश उस देश की मदद के लिए सेना भेजेगा. इसके अलावा आर्थिक और सामाजिक रूप से भी मदद करेंगे. बाद में अमेरिका ने स्वयं को शक्तिशाली सिद्ध करने के लिए सोवियत संघ की घेराबंदी करनी शुरू कर दी ताकि उसकी शक्ति को ख़त्म किया जा सके. जिसके कारण 1949 में अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आर्टिकल 15 के तहत उत्तरी अटलांटिक संधि का प्रस्ताव रखा, जिस पर 11 देशों ने हस्ताक्षर भी किए. जिसमें कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, पुर्तगाल, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, इटली, बेल्जियम, फ्रांस, डेनमार्क और आइसलैंड जैसे देश शामिल थे. इसके बाद 1952 से 1999 तक ग्रीस, तुर्की, जर्मनी, स्पेन, चेक गणराज्य, पोलैंड और हंगरी इस संधि का हिस्सा बने. 2004 के बाद और 2020 तक 11 देशों ने भी नाटो की सदस्यता इसलिए ली है. आज नाटो में 30 सदस्य देश है जिनमे नाम निम्न है-
क्र.सं. | नाटो की सदस्य वाले देश | नाटो में शामिल वर्ष |
1 | अमेरिका | वर्ष 1949 |
2 | बेल्जियम | |
3 | ब्रिटेन | |
4 | पुर्तगाल | |
5 | कनाडा | |
6 | डेनमार्क | |
7 | नीदरलैंड | |
8 | फ्रांस | |
9 | आइसलैंड | |
10 | लक्समबर्ग | |
11 | इटली | |
12 | नॉर्वे | |
13 | ग्रीस | वर्ष 1952 |
14 | टर्की | |
15 | जर्मनी | वर्ष 1955 |
16 | स्पेन | वर्ष 1982 |
17 | चेक गणराज्य | वर्ष 1999 |
18 | हंगरी | |
19 | पोलैंड | |
20 | बुल्गारिया | वर्ष 2004 |
21 | एस्तोनिया | |
22 | लातविया | |
23 | लिथुआनिया | |
24 | रोमानिया | |
25 | स्लोवाकिया | |
26 | स्लोवेनिया | |
27 | अल्बानिया | वर्ष 2009 |
28 | क्रोएशिया | |
29 | मोंटेनेग्रो | वर्ष 2017 |
30 | उत्तरी मेसिडोनिया | वर्ष 2020 |
नाटो की स्थापना कब हुई (When Was NATO Founded In Hindi)
नाटो की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को 12 विभिन्न देशों के मूल सदस्यों द्वारा उत्तरी अटलांटिक संधि पर हस्ताक्षर करके की गई थी. नाटो के संस्थापक सदस्य कनाडा, बेल्जियम, डेनमार्क, आइसलैंड, इटली, फ्रांस, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, और लक्जमबर्ग हैं.
नाटो का मुख्यालय कहां है (Where Is The Headquarters of NATO Located In Hindi)
नाटो का सैन्य मुख्यालय मॉन्स, बेल्जियम में स्थित है, जबकि इसका मुख्यालय ब्रसेल्स, बेल्जियम में स्थित है.
नाटो का महासचिव कौन है? (Who is the Secretary General of NATO)
नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग हैं, जो नॉर्वे देश के पूर्व प्रधान मंत्री हैं, जिन्होंने 1 अक्टूबर 2014 को पदभार ग्रहण किया. और वर्तमान समय में इसी पद पर तैनात है.
निष्कर्ष – आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया नाटो क्या (What Is NATO In Hindi) है, नाटो में कितने सदस्य देश है, नाटो की स्थापना कब हुई और नाटो का मुख्यालय कहां है. के बारें में. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी. अगर आपका कोई सुझाव है तो कमेंट करके जरूर बताइए. अगर आपको लेख अच्छा लगा हो तो रेटिंग देकर हमें प्रोत्साहित करें.
FAQ
Q : नाटो में कौन कौन से देश हैं?
Ans : नाटो में अमेरिका, बेल्जियम, ब्रिटेन, पुर्तगाल, कनाडा, डेनमार्क, नीदरलैंड, फ्रांस, आइसलैंड, लक्समबर्ग, इटली, नॉर्वे, ग्रीस, टर्की, जर्मनी, स्पेन, चेक गणराज्य, हंगरी, पोलैंड, बुल्गारिया, एस्तोनिया, लातविया, लिथुआनिया, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, अल्बानिया, क्रोएशिया, मोंटेनेग्रो और उत्तरी मेसिडोनिया
Q : क्या भारत नाटो का सदस्य है?
Ans : भारत नाटो का सदस्य नही है.
Q : नाटो का पूरा नाम क्या है?
Ans : नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन
Q : क्या पाकिस्तान नाटो का सदस्य है?
Ans : पाकिस्तान नाटो का सदस्य तो नही है लेकिन वैश्विक भागीदार जरूर है.
Q : नाटो में कितने सदस्य देश है?
Ans : 30 सदस्य देश
Q : नाटो की स्थापना कब हुई?
Ans : 4 अप्रैल 1949 को
Q : वर्तमान में नाटो में कितने सदस्य देश शामिल है?
Ans : 30 सदस्य देश
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