करुणा नंदी का जीवन परिचय | Karuna Nundy Biography In Hindi

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करुणा नंदी एक ऐसा नाम जो महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल है। करुणा नंदी सुप्रीम कोर्ट की एक वकील के साथ साथ ह्यूमन राईट एक्टिविस्ट भी हैं. साल 2012 में दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार मामले के बाद उनका एंटी रेप कानून में काफी योगदान रहा है. 2020 में फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें ‘महिला अधिकारों की चैंपियन’ भी बताया है. अभी हाल ही में टाइम पत्रिका 2022 के दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में इनका नाम शामिल है.

तो आज के इस लेख में हम आपको करुणा नंदी का जीवन परिचय (Karuna Nundy Biography In Hindi) के बारे में पूरी जानकरी देने वाले है.

Supreme Court lawyer

नाम (Name) करुणा नंदी (Karuna Nundy)
जन्म तारीख (Date Of Birth) 4 जनवरी 1976
जन्म स्थान (Place) भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत 
उम्र (Age) 48 वर्ष
धर्म (Religion) हिन्दू
व्यवसाय  (Business) सुप्रीम कोर्ट की वकील,
मानवाधिकार कार्यकर्ता
शिक्षा (Educational Qualification) अर्थशास्त्र और लॉ में डिग्री, एलएलएम
स्कूल (School) सरदार पटेल विद्यालय, भोपाल
कॉलेज (College) सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय,
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय,
कोलंबिया विश्वविद्यालय
नागरिकता (Nationality) भारतीय
राशि (Zodiac Sign) मकर
भाषा (Languages) हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत     
वैवाहिक स्थिति
प्रसिद्धी दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले (2012) के बाद बने भारत के बलात्कार विरोधी बिल में योगदान,
महिला अधिकारों की चैंपियन
Karuna Nundy Contact Number 9818258357
karuna nundy Address B1/33A TOP FLOOR, HAUZ KHAS NEW DELHI 110016, INDIA

कौन है करुणा नंदी (Who is Karuna Nundy)

करुणा नंदी सुप्रीम कोर्ट की एक वकील है इसके साथ ह्यूमन राईट एक्टिविस्ट भी हैं. वह अदालत के अंदर और बाहर सच्चाई के लिए आवाज़ उठाती रहती है. साल 2012 में दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार मामले के बाद उनका एंटी रेप कानून में काफी योगदान रहा है. 2020 में फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें ‘महिला अधिकारों की चैंपियन’ भी बताया है. अभी हाल ही में टाइम पत्रिका 2022 के दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में इनका नाम शामिल है.

करुणा नंदी का जन्म और शिक्षा (Karuna Nundy Birth and Education)

करुणा नंदी का जन्म 4 जनवरी 1976 को भोपाल में हुआ. उनकी शुरुआती शिक्षा भोपाल के सरदार पटेल विद्यालय में पूर्ण हुई. नंदी का बचपन सामाजिक कार्यो में बीता. साल 1997 में करुणा ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से बी. ए. ऑनर्स में इकोनॉमिक्स की पढाई पूरी की और एक चैनल में जर्नलिस्ट के रूप में काम किया. इसके बाद लॉ की पढाई करने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड चले गए. जहा पर उन्हें एम्मेलिन पंकहर्स्ट पुरस्कार, एमी कोहेन अवार्ड्स और बेकर स्टूडेंटशिप से सम्मानित किया गया. साल 2000 में लॉ की डिग्री मिलने के बाद कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क से एल.एल.एम. की पढाई की जहा पर उन्हें मानवाधिकार फैलोशिप से सम्मानित किया गया। करुणा नंदी के  माता-पिता भी चाहते थे कि उनकी बेटी समाज के लिए कुछ करे. बेटी के सपनो को पूरा करने के लिए हार्वड मेडिकल स्कूल की जॉब छोड़कर भारत चले आये और मेडिकल संस्थान एम्स में काम करने लग गए। उनकी मां को लंदन स्कूल से हिस्ट्री प्राइज मिल चुका है। करुणा लन्दन में अपने माता-पिता के साथ रह रही थी वहा पर उनका अच्छा खासा जीवन चल रहा था लेकिन उन्होंने भारत आने का फैसला किया और यहाँ पर वकील के रूप में कार्य करते हुए मानव अधिकार के लिए भी काम करना शुरू किया.

करुणा नंदी का करियर (Karuna Nundy Career)

  • करुणा नंदी ने भारत आने से पहले अपने करियर की शुरुआत यूनाइटेड नेशंस और इंटरनेशनल ट्राइब्यूनल्स में एक वकील के रूप में काम किया.
  • साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया केस के बाद एंटी रेप कानून तैयार करने में करुणा नंदी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वह हमेशा से बलात्कार के अपराधियों के खिलाफ बलात्कार विरोधी बिल बनाने की मांग उठाई.
  • साल 2019 में यूनाइटेड किंगडम ने दुनिया भर के मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए कानूनी ढांचे को विकसित करने के लिए एक्सपर्ट पैनल में करुणा नंदी को चुना.
  • करुणा नंदी ने नेपाल, पाकिस्तान और भूटान सरकार के साथ काम किया और मालदीव में अटॉर्नी जनरल के कार्यालय और मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के साथ कानूनी सुधार के नीतिगत मुद्दों पर भी कार्य किया
  • इसके साथ ही लॉर्ड डेविड न्यूरबर्गर और अमल क्लूनी के नेतृत्व में मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन करने के लिए यूनाइटेड किंगडम के एक पैनल का हिस्सा रही.
  • करुणा नंदी ने साल 2016 में स्पाइसजेट एयरलाइंस के खिलाफ मामले में सेरेब्रल पाल्सी जीजा घोष का प्रतिनिधित्व किया। जीजा घोष को सेरेब्रल पाल्सी नामक बीमारी है और वह स्पाइसजेट एयरलाइंस से कोलकाता से गोवा के लिए सवार हुई थी. एयरलाइंस के कर्मचारियों ने उन्हें फ्लाइट से यह कहकर हुए उतार दिया कि वह शारीरिक रूप से उडान भरने के लिए सक्षम नही है. यह बात सुनकर जीजा घोष को अपमान सा महसूस हुआ उन्होंने स्पाइसजेट एयरलाइंस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मामला चलाया. और यह केस करुणा नंदी ने लड़ा और स्पाइसजेट एयरलाइंस के खिलाफ जीत हासिल की.
  • इन्होने भोपाल गैस त्रासदी और अमित शाह के बेटे जय शाह एवं द वायर (न्यूज़ वेबसाइट) के मध्य चल रहे मानहानी के केस में करुणा नंदी द वायर की तरह से केस लड़ा था.
  • करुणा नंदी हमेशा से ही रैप विक्टिम और सेक्सुअल हरासमेंट के खिलाफ जंग लड़ती आ रही है. अभी हाल ही में करुणा कुछ वकीलों के साथ मिलकर विमेनिफेस्टो और मैरिटल रेप नामक बिल पर काम कर रहे है.
  • करुणा नंदी ह्यूमन राइट्स, मीडिया लॉ, संवैधानिक कानून,महिलाओं के अधिकार और कानूनी नीति से संबंधित मामले देखते हैं.

करुणा नंदी को मिले अवार्ड (Karuna Nundy Awards)

  • साल 2020 में फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें “सेल्फ मेड वुमन 2020” की सूची में शामिल किया। और “माइंड दैट मैटर्स” भी कहा और मिंट ने उन्हें “एजेंट ऑफ चेंज” के रूप में वर्णित किया.
  • करुणा नंदी इकोनॉमिक टाइम्स जूरी ने ‘कॉर्पोरेट इंडियाज फास्टेस्ट राइजिंग वूमेन लीडर्स’ की लिस्ट में शामिल किया.
  • 2019 में करुणा ने लंदन में ग्लोबल ट्रस्ट लॉ अवार्ड नवाज़ा गया.
  • टाइम पत्रिका ने करुणा नंदी का नाम 2022 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया.

निष्कर्ष :- तो आज के इस लेख में हमने आपको दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिला  करुणा नंदी का जीवन परिचय (Karuna Nundy Biography In Hindi) के बारे बताया. उम्मीद करते है आपके ये जरुर पसंद आया होगा.

FAQ

Q : करुणा नंदी कौन है?
Ans : सुप्रीम कोर्ट की एक वकील और ह्यूमन राईट एक्टिविस्ट

Q : टाइम मैगजीन 2022 में 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में भारत से कौन कौन है?
Ans : गौतम अडाणी, सुप्रीम कोर्ट की वकील करूणा नंदी, और कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज

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