आज के इस आर्टिकल में हम आपको दुनिया के एक ऐसे बल्लेबाज़ के बारे में बताने जा रहा है जिन्होंने भारत को पहला वर्ल्डकप दिलवाया। हम आपको कपिल देव का जीवन परिचय के बारे में बताने जा रहे है। कपिल देव दुनिया के एक ऐसे बल्लेबाज थे जिन्हें क्रिकेट जगत में अधिक सम्मान दिया जाता है. उन्होंने भारत को पहला वर्ल्डकप दिलवाया था. वे भारतीय टीम के कप्तान भी रह चुके है और अच्छे प्रदर्शन के कारण साल 2002 में विस्डेन द्वारा भारतीय क्रिकेटर ऑफ द सेंचुरी चुने गये।
कपिल देव का जीवन परिचय (Kapil Dev Biography in Hindi)
नाम | कपिल देव |
वास्तविक नाम | कपिल देव रामलाल निखंज |
अन्य नाम | कपिल पाजी, हरियाणा हरिकेन |
जन्म तिथि | 7 जनवरी, 1959 |
उम्र | 63 साल |
जन्म स्थान | चंडीगढ़, भारत |
व्यवसाय | क्रिकेटर, बिजनेसमैन |
शैक्षणिक योग्यता | – |
स्कूल | डी.ए.वी. सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंडीगढ़ |
राशि | मकर |
धर्म | हिन्दू |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
नागरिकता | भारतीय |
शादी की तारीख | 1980 |
पत्नी का नाम | रोमी भाटिया |
बच्चे | 1 बेटी |
बेटी का नाम | अमिया देव |
पिता का नाम | राम लाल निखंज |
माता का नाम | राज कुमारी लाजवंती |
बालों का रंग | सफ़ेद एवं काले |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
भाषा | अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी |
कद | 6 फ़ीट |
वजन | 80 किलोग्राम |
पहला टेस्ट मैच | 16-21 अक्टूबर 1978 पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में |
पहला वनडे मैच | 1 अक्टूबर 1978 को पाकिस्तान के खिलाफ क्वेटा में |
अवार्ड | अर्जुन अवार्ड पद्म श्री पद्म भूषण |
Introduction (परिचय)
कपिल देव का पूरा नाम कपिल देव रामलाल निखंज है इनका जन्म 6 जनवरी 1959 को चंडीगढ़ (Chandigarh) में हुआ था. कपिल देव किसी पहचान के मोहताज नहीं है भारत के साथ साथ विश्वभर में उनके प्रशंसक है क्रिकेट जगत मैं उनका नाम बड़ी इज्जत और सम्मान से लिया जाता है भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं (Former Cricket Player Of India). भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में उनकी गणना होती है। वे भारतीय क्रिकेट के कप्तान (Captain) के पद पर रह चुके हैं। 1983 के क्रिकेट विश्वकप (1983 Cricket World Cup) में वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान थे और उनके नेतृत्व में टीम ने विश्वकप (world cup) जीतने का गौरव प्राप्त किया। वे विस्डेन द्वारा साल 2002 में ‘सदी के भारतीय क्रिकेटर'(Indian Cricketer of the Century) के रूप में चुने गये। वे 10 माह के लिये भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशिक्षक (Coach) भी रहे थे। वह एक तेज मध्यम गेंदबाज (Fast Medium Bowler) और एक कठिन मध्य क्रम (Middle Order) के बल्लेबाज थे।
कपिल देव ने 1983 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की, और इस प्रक्रिया में क्रिकेट विश्व कप जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने, और अभी भी विश्व कप जीतने वाले (24 वर्ष की आयु में) सबसे कम उम्र के कप्तान हैं। किसी भी टीम के लिए। उन्होंने 1994 में संन्यास ले लिया, उस समय टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड बनाया, जिसे बाद में कोर्टनी वॉल्श (Courtney Walsh) ने 1999 में तोड़ा। उस समय, वह क्रिकेट, टेस्ट और एकदिवसीय दोनों प्रमुख रूपों में भारत के सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी थे। वह 200 वन डे विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी हैं। वह क्रिकेट के इतिहास में एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने 400 से अधिक विकेट (434 विकेट) लिए हैं और टेस्ट में 5000 से अधिक रन बनाए हैं,उन्हें क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान ऑलराउंडरों में से एक बना दिया है। देव के हरफनमौला प्रदर्शन की सुनील गावस्कर जैसे क्रिकेटरों ने प्रशंसा की है, जो उन्हें खेल खेलने वाले महानतम ऑलराउंडरों में से एक मानते हैं। वह सितंबर 1999 और सितंबर 2000 के बीच भारतीय राष्ट्रीय टीम के कोच थे 11 मार्च 2010 को, देव को ICC क्रिकेट हॉल ऑफ़ फ़ेम में शामिल किया गया। इनका विवाह रोमी भाटिया से सन 1980 में हुआ। इनकी बेटी, अमिया देव का जन्म 16 जनवरी, 1996 को हुआ था । और हाल ही में कपिल देव जी के जीवन और उनके क्रिकेट करियर पर फिल्म आई है जिसका नाम 83 है इस फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह कपिल देव की भूमिका और दीपिका पादुकोण उनकी धर्म पत्नी की भूमिका निभाती नजर आई है.
क्रिकेट करियर (Cricket Career)
कपिल देव ने सन 1975 में पंजाब के खिलाफ हरियाणा के लिए घरेलू क्रिकेट में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की। वह एक ऐसे ऑलराउंडर थे जो दाहिने हाथ से बल्लेबाजी भी कर सकते थे और तेज गेंदबाजी भी कर सकते थे। उन्होंने पहला अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच 1 October 1978 Pakistan के खिलाफ खेला था उनका पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच 16 अक्टूबर 1978 को पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में हुआ था। हालांकि यह दौरा उनके लिए अच्छा नहीं रहा, लेकिन आने वाले समय में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से इंडियन क्रिकेट टीम में खुद जगह पक्की कर ली है. उन्होंने 1982-83 में श्रीलंका के खिलाफ अपनी कप्तानी में डेब्यू किया। जब उन्हें विश्व कप की कप्तानी करने का मौका मिला तो वह एक औसत खिलाड़ी थे, लेकिन अपने अद्भुत प्रदर्शन और अपनी टीम के समर्थन से भारत ने पहला विश्व कप जीता और रातों-रात भारतीय इतिहास का चमकता सितारा बन गया। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 1992 के विश्व कप में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में खेला था। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में एक दिवसीय क्रिकेट में 225 और टेस्ट क्रिकेट में 131 मैच खेले। एक दिवसीय क्रिकेट में उन्होंने 23.79 की औसत से 3783 रन बनाए और टेस्ट क्रिकेट में 31.05 की औसत से 5248 रन बनाए। गेंदबाजी करते हुए, उन्होंने एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट में 253 और 434 विकेट लिए। 1983 विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ उनकी 175 रनों की पारी यादगार होगी, जिसकी बदौलत भारत ने वह मैच जीत लिया। उन्होंने एक दिवसीय क्रिकेट में 1 शतक और टेस्ट क्रिकेट में 8 शतक बनाए हैं।
रिटायरमेंट के बाद (After Retirement)
कपिल देव ने 1994 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कर दिया। 1999 में उन्हे इंडियन क्रिकेट टीम का कोच चुना गया। उनकी अवधि के दौरान इंडिया का प्रदर्शन खास न रहा जिसमे वे केवल एक टेस्ट मैच जीते और ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के विरुद्ध दो बडी सीरीज़ हारे। मनोज प्रभाकर द्वारा सट्टेबाज़ी में फसाये जाने के बाद उन्होंने अपने कोच के पद को त्याग दिया। 2005 में उन्होंने खुशी नामक एक राष्ट्रीय सरकारी संगठन की स्थापना की। अभी वे उसके अध्यक्ष है। खुशी दिल्ली में कम विशेषाधिकृत बच्चो के लिये तीन विद्यालय चलाती है। 24 सितम्बर 2008 को उन्होंने भारतीय प्रादेशिक सेना में भाग लिया और उन्हे लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में चुना गया।
कपिल देव को मिलने बाले मुख्य पुरस्कार (Kapil Dev Awards and Achievements)
- अर्जुन पुरस्कार – 1979 – 80
- पद्म श्री – 1982
- विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर – 1983
- पद्म भूषण – 1991
- विजडन इंडियन क्रिकेटर ऑफ द सेंचुरी – 2002
व्यापार में रुचि (Interest In Business)
2005 में कपिल देव ने Zicom Electronics में 5% हिस्सेदारी ली। वह चंडीगढ़ में कपिल के इलेवन रेस्टोरेंट के मालिक हैं। उन्होंने इकबाल, चैन खुली की मेन खुली और मुझसे शादी करोगी जैसी फिल्मों में भी छोटी भूमिकाएं निभाई हैं।
कपिल देव के विवाद ( Kapil Dev Controversies)
- BCCI के पूर्व अध्यक्ष आई.एस.बिंद्रा ने कपिल देव पर आरोप लगाया था कि 1994 में श्रीलंका दौरे के दौरान मनोज प्रभाकर को अंडर-परफॉर्म करने के लिए पैसे मांगे थे फिर इस आरोप के बाद कपिल देव को इंडियन नेशनल क्रिकेट टीम के कोच के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि बाद में इन सभी आरोपों खारिज कर दिया गया.
- कपिल देव 2016 में बड़ी कम्पनी के कम दाम में बड़ी मात्रा में शेयर खरीदने के कारण इनकम टैक्स के निशाने पर आ गये थे, लेकिन कम्पनी का ओनर शिप किसी और के पास था. इनकम टैक्स की रिपोर्ट के अनुसार कपिल देव और उनकी पत्नी रोमी देव और अन्य 2 लोगो के साथ मिलकर कम्पनी के शेयर होल्डर बने थे. इनके अनुसार शेयर 6 करोड़ रूपये को थे लेकिन इनकम टैक्स के अनुसार वास्तविक लागत 32 करोड़ रूपये थी।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों इस आर्टिकल में आपने विस्तार से जाना कपिल देव का जीवन परिचय (Kapil Dev Biography in Hindi), Introduction(परिचय), क्रिकेट करियर (cricket career), रिटायरमेंट के बाद (after retirement), कपिल देव को मिलने वाले मुख्य पुरस्कार, व्यापार में रुचि (interest in business), मुझे आशा है जानकारी आपको पसंद आयी होगी यदि आपको कोई शिकायत या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य बताये
FAQ
Q : कपिल देव कौन है ?
Ans : भारतीय पूर्व क्रिकेटर
Q : कपिल देव की आयु कितनी है ?
Ans : 62 साल
Q : कपिल देव का जन्म कहाँ हुआ?
Ans : चण्डीगढ़
Q : कपिल देव का जन्म कब हुआ?
Ans : 6 जनवरी 1959
Q : कपिल देव की पत्नी का क्या नाम है?
Ans : रोमी भाटिया
Q : कपिल देव के कितने बच्चे?
Ans : एक बेटी, अमिया देव
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