डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) क्या है, फुल फॉर्म, स्थापना, उद्देश्य, पूरा नाम, मुख्यालय, हेड कौन है, मतलब, वर्तमान अध्यक्ष, कार्य ( WHO (World Health Organization) Kya Hai In Hindi, Members, Founder, Headquarters, Definition, Full form)
WHO Full Form In Hindi – स्वस्थ्य व्यक्ति ही समाज और देश के लिए योगदान दे सकता है. रोगी व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से दुखी होता है और इस कारण से वह समाज में सही से योगदान देने में असमर्थ हो जाता है. इसलिए स्वास्थ्य को धन से तुलना किया जाता है. इसी उद्देश्य से विश्व स्तर पर एक संस्था की स्थापना की गई थी. जिसका काम लोगो को स्वास्थ्य के प्रति सचेत करना है और समाज में स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता फैलाना है. इस संगठन का नाम डब्ल्यूएचओ है. टीवी और न्यूज़ में माध्यम से कोरोना के समय हमने इस शब्द को बहुत बार सुना होगा और अभी भी सुनते आ रहे है. अधिकतर लोगो को डब्ल्यूएचओ (WHO) संस्था के बारें में जानकारी नही है कि यह क्या होता है.
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे कि डब्ल्यूएचओ क्या है (WHO Kya Hai In Hindi), फुल फॉर्म, स्थापना, मुख्यालय और वर्तमान अध्यक्ष के बारें में.
डब्ल्यूएचओ का पूरा नाम (WHO Ka Pura Naam)
संस्था का नाम | डब्ल्यूएचओ |
डब्ल्यूएचओ का पूरा नाम | World Health Organization (विश्व स्वास्थ्य संगठन) |
स्थापना | 7 अप्रैल 1948 |
मुख्यालय | जिनेवा, स्विट्जरलैंड |
वर्तमान अध्यक्ष | टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस |
सदस्य देश | 194 देश |
क्या है डब्ल्यूएचओ (What Is WHO in Hindi)
विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल, 1948 को हुई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन को ही संक्षिप्त में (शार्ट फॉर्म) डब्लूएचओ कहा जाता है. डब्लूएचओ संयुक्त राष्ट्र संघ का एक हिस्सा है. डब्लूएचओ का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सम्बन्धी गतिविधियों और सरकारी कार्यक्रमों को स्वास्थ्य के प्रति प्रोत्साहन व जागरूक करना है. प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की एक विशेष संस्था है, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न देशो के नागरिको के स्वास्थ्य के लिए काम करती है. इसका मुख्यालय स्विटजरलैंड के जिनेवा शहर में है. इसके 6 क्षेत्रीय कार्यालय है, जबकि दुनिया भर में इसके 150 कार्यालय है.
डब्ल्यूएचओ का फुल फॉर्म (WHO Full Form In Hindi)
डब्ल्यूएचओ का फूल फॉर्म होता है “WORLD HEALTH ORGANISATION” और हिंदी में इसे “विश्व स्वास्थ्य संगठन” के नाम से जाना जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्य उद्देश्य (World Health Organisation Objectives In Hindi)
डब्ल्यूएचओ की पहली प्राथमिकता मलेरिया, टीबी और यौन संचारित सक्रमणो के प्रसार को रोकना है. इसके अलावा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण और पर्यावरणीय स्वच्छता में सुधार करना रहा है. इसका पहला विधायी अधिनियम रोग के प्रसार और रुग्णता पर सही आकड़े का संकलन एकत्र करना था. विश्व स्वास्थ्य संघठन के लोगो में रॉड ऑफ एस्क्लेपियस को उपचार के प्रतिक के रूप में दिखाया गया है.
वित्तीय और तकनीकी संसाधनों के जुड़ने के बाद 1951 में इसका काम सार्वजानिक रूप से आरम्भ हुआ. सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल, सार्वजानिक स्वास्थ्य जोखिमों की निगरानी, स्वास्थ्य आपात स्थितियों में नेतृत्व करना एवं स्वास्थ्य कल्याण को जन जन के बीच बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह विश्व के सदस्य देशो को तकनीकी सहायता प्रदान करता है. इसके अलावा यह स्वास्थ्य क्षेत्रों में देशो के बीच अंतर्राष्ट्रीय मानकों की भी जांच करता है ताकि सभी को उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराया जाएँ. इसका एक महत्वपूर्ण काम वैश्विक स्वास्थ्य आकड़े एकत्र करना है. वास्तव में, डब्ल्यूएचओ स्वास्थ्य पर चर्चा के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करने वाली संस्था के रूप में कार्य करता है.
WHO की कई बिमारियों के उन्मूलन में महत्पूर्ण भूमिका रही है, जिसमे चेचक और पोलियों विशेष है. इसके अलावा एचआईवी या एड्स, इबोला, मलेरिया, टीबी, कैंसर, ह्रदय रोग जैसे जानलेवा बिमारियों के लिए भी यह जनजागृति फैलाने का काम कर रहा है. अभी हाल में विश्व ने कोरोना जैसे भयंकर महामारी को देखा जिसमें लगभग दुनिया के सभी देश चपेट में आ गए थे और दुनिया तबाह होने के कगार पर आ गई थी. हालांकि कोरोना जैसे महामारी में विश्व स्वास्थ्य संगठन ज्यादा कुछ नहीं कर पाया मगर अन्य बिमारियों की रोकथाम व जनजागृति में इसकी सराहनीय भूमिका अवश्य रही है. यदि WHO के वित्तीय सहायता की बात करें तो इसे सदस्य राष्ट्रों और कुछ बड़े निजी दान से धन की प्रति होती है.
WHO की स्थापना कब हुई
WHO के संविधान पर 22 जुलाई, 1946 को संयुक्त राष्ट्र (UN) के सभी 51 देशो और 10 अन्य देशो के द्वारा हस्ताक्षर किये गए थे. इस तरह से यह संस्था यूएन की प्रथम ऐसी संस्था बन गई जिसमें सदस्य देश अपनी सदस्यता लेता था. WHO का संविधान औपचारिक रूप से 7 अप्रैल, 1948 को पहले विश्व स्वास्थ्य दिवस पर लागु हुआ था. विश्व स्वास्थ्य सभा की प्रथम बैठक 24 जुलाई, 1948 को समाप्त हुई थी.
लोगो में खतरनाक बीमारियों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से विश्व स्वास्थ्य संघठन की ओर से किसी दिन को उस बिमारी के दिवस के रूप में मनाने की परंपरा रही है, जैसे 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. ऐसे ही वर्ष भर में अलग अलग दिन को किसी बिमारी के दिवस में चुना गया है.
WHO का सदस्य कौन बन सकता है?
संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश इस संगठन के सदस्य बन सकते है. भारत भी इसका एक सदस्य देश है और भारत में इसका प्रधान कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
WHO का कार्य
- दुनियाभर में जनमानस के लिए श्रेष्ठ व विश्वस्तर की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना.
- विभिन्न देशो विशेष कर विकासशील व पिछड़े देशो की सरकारों की स्वास्थ्य क्षेत्रो में वित्तीय व तकनीकी सुविधा उपलब्ध कराना.
- सामान्य जनमानस को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ साथ बीमारियों से बचे रहने के लिए सावधान करना.
- समय समय पर व संकट आने पर विशेष प्रकार के स्वास्थ्य कार्यक्रमों को विकसित करना.
- महामारी और अन्य भयानक बिमारियों की रोकथाम करना एवं पुनः उनके प्रकोप की स्थिति में देशो की सरकारों को सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना.
- सरकारों के आग्रह पर स्वास्थ्य व इलाज से सम्बंधित सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराना.
- अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यो पर निर्देशक और समन्वय प्राधिकरण के रूप में काम करना.
WHO भारत के लिए किस तरह फायदेमंद
- भारत 12 जनवरी, 1948 को WHO का सदस्य बना और आज तक बना हुआ है.
- भारत में WHO का कार्यालय दक्षिण – पूर्व का क्षेत्रीय कार्यालय के रूप में भी काम करता है.
- इसका कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
- भारत में विश्व स्वास्थ्य संघठन की ओर से किये गए अबतक के श्रेष्ठ प्रयास.
- भारत में WHO की ओर से मुख्य रूप से दो बिमारियों में अधिक योगदान रहा है, चेचक और पोलियो. ये दोनों ही बीमारी लोगो के जीवन को तबाह कर रहा था. सत्तर के दशक में भारत में चेचक के मामले भयावह थे. उस समय विश्व के कुल चेचक के मामलो की तुलना में अकेले भारत में 60 प्रतिशत मामले थे. यह प्रतिशत किसी को भी भयभीत करने के लिए काफी था, जबकि इसमें मृत्यु दर भी अधिक था. बाद में भारत सरकार और WHO के संयुक्त प्रयास से चेचक उन्मूलन कार्यक्रम आरम्भ किया गया और इसी के परिणामस्वरूप लगभग एक दशक में इसमें बहुत कमी आ गई.
- चेचक के बाद भारत में पोलियों भी एक गंभीर समस्या थी, जिसमें बच्चे का जीवन बर्बाद हो जाता था क्योकि जब पैर ही काम करना बंद कर दे तो वह बच्चा बड़ा होकर भी किसी काम के योग्य नहीं रह पाता था और अपाहिज होकर सम्पूर्ण जीवन जीने के लिए बेबश हो जाता था.
- बाद में भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से पोलियों से स्थायी छुटकारा के लिए लगातार पोलियों उन्मूलन कार्यक्रम चलाया गया. बच्चे को पीने के लिए ड्राप दिए गए. जिसके परिणामस्वरुप भारत पूर्णतः पोलियों मुक्त देश बन गया. आज भारत में एक भी बच्चा पोलियों से ग्रसित नहीं है.
निष्कर्ष :- तो आज हमने आपने डब्ल्यूएचओ क्या है (WHO Kya Hai In Hindi), फुल फॉर्म, स्थापना, मुख्यालय और वर्तमान अध्यक्ष के बारे में बताया. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी. अगर आपका कोई सुझाव है तो कमेंट करके जरूर बताइए. अगर आपको लेख अच्छा लगा हो तो रेटिंग देकर हमें प्रोत्साहित करें.
FAQ
Q : डब्ल्यूएचओ के वर्तमान अध्यक्ष कौन है 2023?
Ans : टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस
Q : डब्ल्यूएचओ के कुल सदस्य देश कितने हैं?
Ans : 194 देश
Q : WHO का मुख्यालय कहाँ है in Hindi?
Ans : जिनेवा शहर स्विट्ज़रलैण्ड में
Q : डब्ल्यूएचओ की स्थापना कब हुई?
Ans : 7 अप्रैल, 1948
Q : विश्व स्वास्थ्य संगठन कहाँ स्थित है?
Ans : जिनेवा, स्विट्जरलैंड
Q : विश्व स्वास्थ्य संगठन कब लागू हुआ?
Ans : 7 अप्रैल, 1948
Q : 7 अप्रैल को कौन सा डे मनाया जाता है?
Ans : विश्व स्वास्थ्य दिवस
Q : पहली बार विश्व स्वास्थ्य दिवस कब मनाया गया?
Ans : 07 अप्रैल 1950 में
Q : डब्ल्यूएचओ के हेड कौन है
Ans : टेड्रोस एडहानॉम
Q : डब्ल्यूएचओ के प्रथम महासचिव कौन है?
Ans : ट्रीगवी ली
Q : Who का पूरा नाम क्या है?
Ans : विश्व स्वास्थ्य संगठन
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