कान्स फिल्म फेस्टिवल क्या है? | Cannes Film Festival In Hindi

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कान्स फिल्म फेस्टिवल क्या है, क्या होता है, कहाँ होता है, अवार्ड, विजेता (Cannes Film Festival In Hindi, 2023, award, ticket, kya hota hai)

Cannes Film Festival 2023 : इस बार कान्स फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 16 मई से हुई है. और यह फेस्टिवल 27 मई तक चलेगा. इस फेस्टिवल का आयोजन फ्रांस के फ्रेंच रिवेरा में किया जा रहा है. हर वर्ष होने वाले इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्ट‍िवल पूरी दुनिया में चर्चाओं का विषय बना हुआ है. यहाँ पर देश विदेश से आये एक्टर और एक्ट्रेस अपने जलवों की एंट्री से सुर्खियों में बने रहते है. कान्स फिल्म फेस्टिवल में पुरे विश्व से चुनिन्दा फिल्म एवं डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की जाती है। और सर्व-श्रेष्ठ फिल्म को और उनके कलाकारों को सम्मानित किया जाता है.

तो आज के इस लेख में हम आपको कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival 2023) से जुड़ी सभी तरह के तथ्य बताने जा रहे है.

Cannes Film Festival

कान्स फिल्म फेस्टिवल क्या है (Cannes Film Festival In Hindi)

फेस्टिवल का नाम कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival)
कब शुरू हुआ 20 सितंबर 1946 में
कितने साल हो गए 75 साल
जगह फ्रांस
अवार्ड का नाम Palme d’Or और Grand Prix
क्या होता है? फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीन

क्या है कान्स फिल्म फेस्टिवल?(What is Cannes Film Festival)

इस फेस्टिवल में पूरी दुनियाभर से कुछ चयनित हुई फिल्म और डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की जाती है, और बेस्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री और कलाकार को सम्मानित किया जाता है. इस बार कान्स फिल्म फेस्टिवल अपने 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है. यह फिल्म फेस्टिवल हर साल फ्रांस में मनाया जाता है.

कान्स फिल्म फेस्टिवल का इतिहास (History of Cannes Film Festival)

इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आगाज 20 सितम्बर 1946 में हुआ था. इस समारोह में दुनियाभर से कुछ चुनिंदा फिल्म और डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की जाती है. इस फिल्म फेस्टिवल की शुरुआती दिनों में सिर्फ 21 देशों की फ़िल्मों की स्क्रीनिंग की जाती थी. लेकिन भारत की शुरुआत 1946 में रिलीज़ हुई डायरेक्टर चेतन आनंद की फिल्म “नीचा नगर” से हुई थी. कान्स फिल्म फेस्टिवल इस फिल्म को Grand Prix अवार्ड से सम्मानित किया गया. आपको बता दू वर्तमान में इस अवार्ड को Palme d’Or के नाम से जाना जाता है.

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कान्स फिल्म फेस्टिवल कहाँ होता है?

यह फेस्टिवल फ्रांस का एक छोटा सा शहर कान्स में होता है. यह भूमध्य-सागर के किनारे बसा हुआ शहर है। यहां फ्रांस का उष्ण तटीय क्षेत्र में होने वाला कान्स फिल्म फेस्टिवल विश्वभर के फ़िल्मी जगत में अपना महत्व रखता है। अगर हम इस फेस्टिवल को ग्लैमरस सिटी भी कहें तो शायद गलत नहीं होगा। क्योंकि यहां हर साल दुनियाभर से कलाकार आते हैं और अपना जलवा दिखाते हैं।

कान्स फिल्म फेस्टिवल क्यों है भारत के लिए अहम

इस साल का फिल्म फेस्टिवल भारत के लिए काफी अहम होने वाला है. क्यों भारत इस फेस्टिवल में कंट्री ऑफ ऑनर (Country Of Honour)  के रूप में शामिल हुआ है. और कंट्री ऑफ ऑनर की परम्परा इसी साल से शुरू की गई है. यह सम्मान भारत को उस समय मिल रहा है जब भारत और फ्रांस की राजनयिक संबंधों के पुरे 75 वर्ष हो गए है. इस बार यहां भारतीय कला संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी।

कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत का सफर

इस इंटरनेशनल फेस्टिवल में किसी भी फिल्म और डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होना बहुत मायने रखती है. भारत की कुछ फ़िल्मों की स्क्रीनिंग के बाद अवार्ड से सम्मानित किया गया लेकिन कुछ फिल्मो को भले ही अवार्ड ना मिला हो लेकिन जूरी ने फिल्म की खूब सराहना की है. इस फेस्टिवल में भारत की एंट्री 1946 में रिलीज़ हुयी फिल्म “नीचा नगर” से हुई थी. इस फिल्म को Grand Prix अवार्ड से भी नवाजा गया. इसके अलावा 1951 में अवारा, 1953 में दो बीघा जमीन, 1954 में बूट पॉलिश, 1955 में पाथेर पांचाली, 1965 में गाइड, 1982 में खार जी, 1988 में सलाम बॉम्बे, 2010 में उड़ान, 2013 में आयी इरफान की फिल्म लंच बॉक्स को भी Grand Prix अवार्ड से नवाज़ा जा चूका है. इन सभी एक अलावा पहली बार 2006 में तमिल फिल्म वेयिल की कान्स फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद मलयालम मूवी मरण सिंहासनम ने साल 1999 में Caméra d’Or अवॉर्ड जीता था. 2022 में दीपिका पादुकोण कान्स फिल्म फेस्टिवल में बतौर ज्यूरी शामिल हुई थी.

क्यों कान्स में जाती हैं बॉलीवुड एक्ट्रेस?

कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारतीय एक्ट्रेस का रेड कारपेट पर वॉक करने का काफी बोलबाला रहा है. इस फेस्टिवल में कई कॉस्मेटिक ब्रांड पाटर्नर होते हैं और बॉलीवुड एक्ट्रेस इन कॉस्मेटिक ब्रांड की ब्रांड एम्बेसडर होती है. जब ये एक्ट्रेस रेड कारपेट पर वॉक करती है तो कॉस्मेटिक ब्रांड का भी प्रमोशन होता है.

कान्स फिल्म फेस्टिवल से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting facts about Cannes Film Festival)

  • चेतन आनंद को वर्ष 1950 में भारत की तरफ से इंटरनेशनल ज्यूरी का पहला मेम्बर बनाया गया था.
  • वर्ष 1980 में मृणाल सेन को इंटरनेशनल ज्यूरी का मेम्बर बनाया गया था.
  • वर्ष 2002 में डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ को कान्स फिल्म फेस्टिवल में देखा गया था.
  • पहली भारतीय महिला सदस्य के रूप में साल 2003 में ऐश्वर्या राय कान्स को इंटरनेशल ज्यूरी बनाया गया.
  • साल 2006 में भारत की पहली तमिल फिल्म Veyil की इस फेस्टिवल में स्क्रीनिंग की गई थी.
  • मुरारी नायर की मलयालम मूवी मरण सिंहासनम ने साल 1999 में Caméra d’Or अवॉर्ड जीता था

निष्कर्ष :- तो आज हमने आपको कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival 2023) के बारे में बताया. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी. अगर आपका कोई सुझाव है तो कमेंट करके जरूर बताइए. अगर आपको लेख अच्छा लगा हो तो रेटिंग देकर हमें प्रोत्साहित करें.

FAQ

Q : कान फिल्म फेस्टिवल कब तक है?
Ans : 16 मई 2023 से लेकर 27 मई 2023 तक

Q : कान फिल्म महोत्सव की स्थापना कब हुई थी?
Ans : 20 सितंबर 1946

Q : कान फिल्म समारोह की ज्वेलरी सदस्य बनने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री कौन थी?
Ans : ऐश्वर्या राय

Q : कान फिल्म समारोह की दूरी सदस्य बनने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री कौन थी?
Ans : दीपिका पादुकोण

Q : कांस पहुंचने वाले पहले भारतीय फोक सिंगर कौन थे?
Ans : मामे खान

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