14 नवंबर को बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?

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Children’s Day 2023 : बाल दिवस हर वर्ष भारत में 14 नवंबर को मनाया जाता है. और इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का भी जन्मदिन होता है. जानते है बाल दिवस क्यों और कब मनाया जाता है, महत्व, और इतिहास के बारें

Children’s Day 2023 : भारत में हर साल बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है. और इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने एक भाषण में कहा था कि आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. साल 1956 से देश में बाल दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी लेकिन पहले यह 14 नवंबर की बजाय 20 नवंबर को मनाया जाता था. यह दिन खास बच्चों के लिए होता है इस दिन बच्चों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक कराया जाता है. जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से खासा प्यार था. और उनकी मृत्यु के बाद, उनकी जयंती यानि जन्मदिन को भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया गया. तो इस कारण 14 नवंबर को पुरे देश में बाल दिवस बनाया जाता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको बाल दिवस (Children’s Day 2023) क्यों और कब मनाया जाता है, महत्व, इतिहास के बारें में पूरी जानकारी देने वाले है.

Children's Day 2022

बाल दिवस का इतिहास

14 नवंबर से पहले भारत में बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था. जिस दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व बाल दिवस मनाया जाता है. हालाँकि, जवाहरलाल नेहरू की निधन के बाद, उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने के लिए भारतीय संसद में एक प्रस्ताव पारित किया गया था. 27 मई 1964 में जवाहरलाल नेहरू की मौत हो गई और तब से उनकी जयंती यानि जन्मदिन मनाने के लिए 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. वह बच्चों से अधिक प्यार करते थे और उनके अधिकार और शिक्षा प्रणाली के लिए बोलते थे.

बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर वर्ष 14 नवंबर को पूरे भारत वर्ष में बाल दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मौत के बाद बाल दिवस के रूप में मनाने के लिए चुना गया था, जिन्हें बच्चे प्यार से चाचा नेहरू भी कहते है. जवाहरलाल नेहरू का 14 नवंबर को जन्मदिन भी मनाया जाता है. नेहरू बच्चों के अधिकार और एक सर्व-समावेशी शिक्षा प्रणाली के लिए एक महान समर्थक थे जहां ज्ञान सभी के लिए सुलभ है. उनका मानना ​​था कि बच्चे देश का भविष्य और समाज की नींव होते हैं, इसलिए सभी की भलाई का ध्यान रखा जाना चाहिए.

बाल दिवस का महत्व

चाचा नेहरू का मानना ​​था कि बच्चे देश का भविष्य और समाज की नींव हैं. नेहरू की जयंती के अलावा, बच्चों की शिक्षा, अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और यह देखने के लिए कि सभी के लिए उचित देखभाल सुलभ हो, के रूप में बाल दिवस मनाया जाता है. इस दिन बच्चों को ढेर सारा प्यार, उपहार और लाड़ प्यार दिया जाता है. बाल दिवस स्कूलों में मनाया जाता है, जहां शिक्षक बच्चों के लिए कार्यक्रम और मनोरंजक प्रदर्शन करते हैं, जिसके बाद बच्चो को गिफ्ट दिए जाते है खाना खिलाया जाता है और किताबें और कार्ड भी दिए जाते है. भारत में बाल दिवस एक बहुत ही खास दिन है, क्योंकि छात्र अपने टीचर को अपने मनोरंजन के लिए स्कूलों में प्रदर्शन करते देखने के लिए उत्सुक रहते हैं. घर पर माता-पिता अक्सर अपने बच्चे के पसंदीदा फ़ूड तैयार करते हैं और उनकी पसंदीदा खेल में भाग लेते हैं, जैसे कि आउटडोर और इनडोर गेम्स, पेंटिंग, या उनका पसंदीदा कार्टून या टीवी शो. माता-पिता भी अपने बच्चों को गिफ्ट भी देते है और उन्हें प्यार करते है.

पंडित जवाहरलाल नेहरू को ‘चाचा’ क्यों बोलते है?

पंडित जवाहरलाल नेहरू को चाचा कहने के पीछे मुख्य कारण था कि उनका बच्चों के प्रति प्यार. पंडित जवाहरलाल नेहरू महात्मा गांधी के बहुत करीबी माने जाते थे और वे उन्हें अपने बड़े भाई के रूप में मानते थे. महात्मा गांधी को बापू के नाम से जाना जाता था और इसलिए पंडित जवाहरलाल नेहरू को चाचा  के नाम से जाना जाने लगा.

जानिए बच्चों के अधिकार के बारें में

भारत के संविधान में बच्चों के अधिकार के बारें में कई अनुच्छेद है आइये जानते है उन सभी के बारें में-

  • 6 से लेकर 14 साल तक के सभी बच्चों के लिए फ्री और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार.
  • अनुच्छेद 24 के अंतर्गत 14 साल की कम उम्र के बच्चो को किसी कारखाने या खान में रोजगार से सुरक्षा का अधिकार.
  • बचपन की देखभाल, शिक्षा और दुर्व्यवहार से सुरक्षित रहने का अधिकार.
  • स्वस्थ तरीके से विकसित होने के लिए समान अवसरों और सुविधाओं का अधिकार.
  • स्वतंत्रता और सम्मान का अधिकार और शोषण के खिलाफ बचपन और युवाओं की सुरक्षा की गारंटी.
  • अनुच्छेद 14 के अंतर्गत समानता का अधिकार.
  • अनुच्छेद 15 के अंतर्गत भेदभाव के विरुद्ध अधिकार
  • अनुच्छेद 21 के अंतर्गत व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार और कानून की उचित प्रक्रिया.
  • अनुच्छेद 23 के अंतर्गत तस्करी और बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर होने से बचाने का अधिकार.
  • अनुच्छेद 46 के अंतर्गत समाज के कमजोर वर्गों को सामाजिक अन्याय और सभी प्रकार के शोषण से बचाने का अधिकार.

निष्कर्ष :- तो आज के इस लेख में आपने जाना बाल दिवस (Children’s Day 2022) क्यों और कब मनाया जाता है, महत्व, इतिहास के बारे में. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी.

FAQ

Q : बाल दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?
Ans : पंडित जवाहरलाल नेहरू की याद में

Q : अंतर्राष्ट्रीय बाल वर्ष कब मनाया जाता है?
Ans : 20 नवंबर

Q : भारत में बाल दिवस कब से शुरू हुआ?
Ans : साल 1964 में

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