शिक्षक दिवस पर भाषण | Teachers Day Speech in Hindi

2.4/5 - (5 votes)

शिक्षक दिवस पर भाषण, महत्व, कब, क्यों, कैसे मनाया जाता हैं, दो शब्द, शिक्षक सम्मान शायरी, निबंध 200 शब्दों में, मंच संचालन, हार्दिक शुभकामनाएं, कोटेशन (Teachers Day Speech in Hindi, Wishes, Shayari, Quotes, Poem, kab hai)

शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) – भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर को तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में हुआ. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का देश की शिक्षा के क्षेत्र में अविश्वसनीय योगदान रहा है इसी कारण पूरे भारत वर्ष में 1962 से इनके जन्म दिवस को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाया जाता है.

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण के उप-राष्ट्रपति बनने के उपरांत इनके मित्रों व छात्रों ने इनके जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मानने की बात कही तथा इस पर मत जाहिर करते हुए डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा की अगर मेरे जन्म दिवस को “शिक्षक दिवस” के रूप मे मनाया (Teachers Day Kyu Manaya Jata Hai) जाता है, तो ये मेरे लिए गर्व की बात होगी. इसी के बाद पुरे देश में 5 सितंबर के दिन को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाया जाने लगा.

Teachers Day Speech in Hindi
Pic Credit – Freepik

शिक्षक दिवस पर दो शब्द (Teachers Day Speech in Hindi)

शिक्षक दिवस केवल भारत वर्ष में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में मनाया जाता है. परन्तु विश्व भर में यह अलग-अलग दिन मनाया जाता है और कुछ देशों में शिक्षक दिवस (Shikshak Diwas Par Nibandh) को राष्ट्रीय अवकाश होता है.

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है. भारत में 5 सितम्बर (teachers day kab hai )को शिक्षक दिवस के रूप में मनाकर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है तथा आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा और जीवन में शिक्षक के महत्त्व को बताने के लिए और शिक्षा के प्रति जागरूक लाने के लिए शिक्षक दिवस  को मनाया जाने लगा.

शिक्षक दिवस के पावन दिवस को हम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते है तथा शिक्षकों का सम्मान करते है. शिक्षक अपना पूर्ण योगदान अपने छात्र को उन्नत बनाने में लगा देता है, इस दिन उनके उसी अपूर्ण योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देते है. इस दिन स्कूलों व कॉलेजों में शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.

यदि आप भी अपने स्कूल या कॉलेज में  शिक्षक दिवस भाषण ((Teachers Day Speech in Hindi) देना चाहते है, तो इस आर्टिकल में इसकी पूरी जानकारी दी गई है और इस आर्टिकल को पढ़कर आप शिक्षक दिवस पर अपना भाषण तैयार कर सकते है.

शिक्षक दिवस पर निबंध और भाषण (Happy Teachers Day Speech in Hindi)

माननीय प्रधानाचार्य महोदय, सभी सम्मानित शिक्षकगण आज के मुख्य अतिथि और मेरे सभी भाइयों और बहनों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार. सबसे पहले आप सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.’

आज शिक्षक दिवस के इस पावन दिवस पर हम सभी शिक्षकों को सम्मान देने के लिए यहाँ पर एकत्रित हुए हैं. हम अपने शिक्षकों को सम्मान प्रदान करने के लिए हर साल 5 सितम्बर को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाते है. भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर को हुआ था. वे महान विद्वान, शिक्षाविद्, लेखक और आदर्श शिक्षक थे. उन्होंने सभी से इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने और योग्य शिक्षकों के प्रति उचित सम्मान व्यक्त करने का आग्रह किया. उन्होंने अपने जीवन में कई महान उत्तरदायित्वों को बहुत अच्छे तरीके से निभाया. शिक्षा के क्षेत्र में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है. राधाकृष्णन के अनेक श्रेष्ठ कार्यों के लिए उन्हें “भारत रत्न” पुरस्कार से भी पुरस्कृत किया गया था.

शिक्षक दिवस पर मंच संचालन (Happy Teachers Day Speech in Hindi)

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन 13 मई 1962 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने और इस वर्ष 5 सितंबर को उनके जन्मदिन पर उनके कुछ सहयोगियों और शिष्यों ने राधाकृष्णन से उन्हें जन्मदिन मनाने को कहा. तब राष्ट्रपति ने कहा कि यदि आप हमारे शिक्षकों के सम्मान में मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे, तो मुझे ज्यादा खुशी होगी. उनके इसी विचार से सभी सहमत हो गए और हर वर्ष 5 सितंबर को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया. सर्वपल्ली राधाकृष्णन उस जमाने के बहुत मशहूर शिक्षक थे, शिक्षा के क्षेत्र में उनका अभूतपूर्व योगदान होने के कारण ही उनके जन्मदिवस को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाये जाने का प्रचलन हुआ था. कई सालों से 100 से भी अधिक देशों में शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा चली आ रही है. शिक्षक दिवस सभी शिक्षण संस्थानों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है.

शिक्षक को देश और समाज का गौरव माना जाता है. शिक्षक किसी भी व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हमें अपना जीवन तो हमारे माता-पिता से मिला है और शिक्षक सही मार्गदर्शन के साथ हमारे भविष्य को उज्जवल बनाते हैं. इसलिए कहा जाता है कि शिक्षकों का स्थान हमारे माता-पिता से भी ऊपर होता है. हमारी सफलता का सारा श्रेय माता-पिता के बाद हमारे शिक्षकों को जाता है, क्योंकि छात्र की सफलता शिक्षक की मेहनत का परिणाम होता है. शिक्षक हमारे जीवन का दीपक हैं, जो स्वयं जलकर ज्ञान की रोशनी से भरते हैं, हमारे चारों ओर फैले अज्ञान के अंधकार को दूर करते हैं.

शिक्षक के माध्यम से ही देश को और भी अधिक उन्नत बनाने के लिए एक सुयोग्य पीढ़ी तैयार होती है. शिक्षक ही अपने छात्र को जीवन की ऊँचाइयों को हासिल कराने में मदद करता है और छात्र को उचित मार्गदर्शन प्रदान करता है.

’’दिया ज्ञान का भंडार हमें,
किया भविष्य के लिए तैयार हमें,
हैं आभारी उन गुरूओं के हम,
जिसने किया कृतज्ञ अपार हमें.’’

शिक्षक की कड़ी मेहनत के कारण ही हर छात्र का एक अच्छा इंजीनियर, महान राजनीतिज्ञ, डॉक्टर और वैज्ञानिक बनने का सपना साकार होता है. देश को शक्तिशाली और विकासशील बनाने में शिक्षक का ही अहम योगदान होता है. प्रत्येक बच्चे के चरित्र निर्माण में उसके शिक्षक का बहुत बड़ा योगदान होता है. एक शिक्षक ही निःस्वार्थ भाव से शिक्षा प्रदान कर सकता है. शिक्षक हमारे भविष्य का निर्माण करने का मार्ग दिखाते हैं. शिक्षक सिर्फ वे ही नहीं जो हमें स्कूलों व कॉलेजों में शिक्षा देते हैं बल्कि हर व्यक्ति के जीवन में ऐसे बहुत से शिक्षक होते हैं जिनसे वे बहुत कुछ सीखते हैं. इसलिए हमें अपने हर शिक्षक का सम्मान करना चाहिए. 

शिक्षक दिवस पर निबंध 20 लाइन (Teacher’s Day Essay in Hindi)

हर साल शिक्षक दिवस पर स्कूलों, कॉलेजों और स्कूलों में विभिन्न समारोह होते हैं और हम अपने शिक्षकों को सर्वोत्तम तरीके से सम्मानित करने का प्रयास करते हैं. यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है. हम आशा करते है कि यह परंपरा अगली पीढ़ी में भी जारी रहेगी. यह निरंतर बढ़ता रहेगा और सभी लोग शिक्षकों का और भी बेहतरीन तरीके से सम्मान करेंगे.

अंत में यही पंक्तियाँ कहना चाहूँगा/चाहूँगी कि भले ही हम अपने शिक्षक का साथ छोड़ दे, परन्तु शिक्षक हमारा साथ कभी नहीं छोड़ते, वह जीवन के हर पथ पर हमारी सहायता करते है. ऐसे ही महान् शिक्षकों को हमें धन्यवाद देना चाहिए, जिनकी बदौलत से ही आज हम यहाँ तक पहुँचे है. इसी के साथ मैं अपनी वाणी को यही विराम देता/देती हूँ.

शिक्षक दिवस पर कविता

’’गुमनामी के अंधेरे में था,
|पहचान बना दिया
दुनिया के गम से मुझे
अनजान बना दिया
उनकी ऐसी कृपा हुई

——————————–


गुरु ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया.’’
’’ज्ञान देने वाले गुरू का वंदन है,
उनके चरणों की धूल भी चंदन है.’’

——————————–

’’मिट्टी को जिसने सोना बनाया,
जिन्दगी को जीना सिखाया,
लक्ष्य भेदने का जिसने मार्ग दिखाया,
उन गुरुओं को शत्-शत् प्रणाम.’’

निष्कर्ष – आज के इस लेख में हमने आपको शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) के बारें में बताया. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी. अगर आपका कोई सुझाव है तो कमेंट करके जरूर बताइए. अगर आपको लेख अच्छा लगा हो तो रेटिंग देकर हमें प्रोत्साहित करें.

FAQ

Q: शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
Ans: डॉ. राधाकृष्णन ने अपने जीवन के 40 वर्ष एक शिक्षक के रूप में दिये, इसलिए उन्हें सम्मान देते हुए उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.

Q: शिक्षक दिवस की शुरुआत कब से हुई थी?
Ans: साल 1962 से

Q: शिक्षक दिवस के जनक कौन है?
Ans: डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन

Q: शिक्षक दिवस कब है?
Ans: 5 सितंबर को

Q: 5 सितंबर किसकी याद में मनाया जाता है?
Ans: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन

यह भी पढ़े

Previous articleललित मोदी का जीवन परिचय | Lalit Modi Biography In Hindi
Next articleहरीश साल्वे का जीवन परिचय | Harish Salve Biography In Hindi

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here