क्या होता है NFT, कैसे करता है काम, NFT कैसे बनाए?, क्या भारत में NFT बैन है?, nft full form , Non-fungible token
आज के समय में दुनिया भर में डिजिटल क्रांति आई हुई है जिस वजह से काफी सारे लोग अपने आर्ट्स , पेंटिंग और म्यूजिक, फिल्म, गेम्स को डिजिटल तौर पर बेच रहे हैं वो भी NFT का प्रयोग करके। अब आपके मन में बहुत से सवाल आ रहे होंगे की आखिर NFT क्या होती है? पहले जहाँ लोगों को NFT के बारे में पता तक नहीं था वही आजकल इसके बारे में GOOGLE पर लोग Search कर रहे है। इसके पीछे का कारण है कि लाखों लोग अपने आर्ट्स ओर पेंटिंग को NFT के द्वारा बेच रहे हैं और अच्छी आमदनी पैदा कर रहे है। NFT के बारे में समझने से पहले आपको Fungibility को समझना होगा इसके द्वारा आप अपने Item को एक fix मूल्य पर एक्सचेंज कर सकते है।
NFT ऐसा ऐसा जरिया है जो टेक्नोलॉजी में नया रेवोलुशन लेकर आया है लेकिन ज्यादातर लोगो को इसके बारे में पता नहीं है की NFT कैसे काम करता है? NFT के क्या फायदे और नुकसान होते है? इन सभी सवालों के जवाब आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से मिलने वाले है इसलिए यह पोस्ट आपके लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होने वाली है।
NFT क्या है? (NFT Kya Hai)
NFT के बारे में जानने से पहले आपको सबसे पहले इसकी फुल फॉर्म के बारे में भी जान लेना चाहिए इसकी फुल फॉर्म होती है -Non Fungible Token. एनएफटी क्रिप्टोग्राफिक टोकन होता है यदि आपको यह नहीं पता है कि क्रिप्टोग्राफीक क्या होता है तो आप हमारे द्वारा लिखी गई “क्रिप्टो करेंसी” पर पोस्ट को पढ़ सकते हो वहां हमने क्रिप्टोग्राफिक के बारे में कंप्लीट जानकारी बताई है।
यह एक ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर कार्य करती है जिसमें कोई भी आपके आर्ट, पेंटिंग, म्यूजिक, फिल्म, गेम्स को कॉपी नहीं कर सकता है। NFT को ज्यादा सुरक्षा प्रदान करता है। “टोकनीज़िंग” यह Real-World Tangible Assets की धोखाधड़ी को कम करता है और साथ ही आप अपने डिजिटल Asset को सुरक्षित बेच भी सकते है।
इसको एक उदाहरण के साथ समझते हैं मान लीजिए आपको कोई भी Product बेचना है यदि आप उस प्रोडक्ट को डायरेक्ट कस्टमर को बेचते हैं तो आपको ज्यादा मुनाफा होता है वही जब आप इसको होलसेल में बेचते है तो आपको कम मुनाफा होता है बस उसी तरह NFT है जो आपकी फिजिकल Assets को Digital Assets में बदलने की सुविधा देता है और यह ओनर को डायरेक्ट कस्टमर से कनेक्ट करवाता है।
जिस तरह क्रिप्टोकरंसी में ब्लॉकचेन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है उसी तरह NFT भी एक ब्लॉकचेन की भांति ही है ब्लॉकचेन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आपके Digital Assets को कोई भी खतरा नहीं होता है।
NFT का फुल फॉर्म क्या है ? (NFT Full form in Hindi )
NFT का फुल फॉर्म होता है नॉन-फंजिबल टोकन (Non-Fungible Token)
NFT कैसे काम करता है? (NFT Kaise Kaam Karta hai)
ऊपर हमने देखा था कि एनएफटी क्या होता है अब हम जानेंगे कि एनएफटी कैसे काम करता है। किसी भी डिजिटल आर्ट की ओनरशिप डिसाइड करने के लिए एनएफटी को बनाया गया है।
इस चीज को हम एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं मान लीजिए अपने एक ART बनाया जो कि बिल्कुल यूनिक आर्ट है लेकिन जब हम इसको डिजिटल तौर पर पेश करेंगे तो कोई भी इसका मालिक बन सकता है।
इसके लिए एनएफटी के तहत एक टोकन असाइन कर दिया गया। इस टोकन के असाइन करने का फायदा यह हुआ कि यह टोकन जिसके पास रहेगा वही उसका मालिक होगा। जिस तरीके से हमारे पास कोई डिग्री होती है जिसमें हमारे द्वारा प्राप्त किए गए सभी नंबर का डाटा मौजूद रहता है उसी तरह यह टोकन होता है जो एक सर्टिफिकेट की तरह काम करता है।
ऐसा नहीं है की आप केवल ART को ही NFT द्वारा Sell कर सकते है यह कुछ भी हो सकता है यह गाना भी हो सकता है या आपके द्वारा बनाई गई कोई पेंटिंग भी सकती है वही आपको टोकन दिया जाता है जिसके द्वारा आप उसको Stored करके रख सकते है और ब्लॉक चैन के द्वारा इसको मेंटेन किया जाता है।
टोकन मिलने के बाद वह चीज एनएफटी की तरह काम करने लग जाती है जिसमें यूनिक चीजों का इस्तेमाल सिमित हो जाता है इस वजह से हर कोई व्यक्ति इसका इस्तेमाल नहीं कर पाता है क्योंकि उसका एक डिजिटल सर्टिफिकेट तैयार हो जाता है।
और जिसके पास यह डिजिटल सर्टिफिकेट होगा वही एनएफटी का मालिक होगा चाहे वह इस डिजिटल सर्टिफिकेट को किसी दूसरे को बेच भी सकता है और या फिर किसी दूसरे से खरीद भी सकता है। इसमें सबसे ज्यादा बेनिफिट उसको होता है जिसने इस NFT को बनाया होता है क्योंकि जब भी एनएफटी Sell या Buy की जाती है तो उसमें से ओनर को हर बार कुछ ना कुछ प्रतिशत कमीशन मिलता रहता है।
NFT और क्रिप्टो करेंसी में क्या अंतर है? (NFT VS CRYPTOCURRENCY)
क्रिप्टोकरंसी और एनएफटी दोनों ही ब्लॉकचेन पर चलती है। लेकिन में कुछ अंतर होते हैं जैसे क्रिप्टोकरंसी fungible है, यानी आप क्रिप्टोकरंसी को एक दूसरे से बदल सकते हैं मान लीजिए आपके पास एक इथेरियम है तो आप इथेरियम को दूसरे इथेरियम से चेंज कर सकते हैं इनकी कीमत में कोई भी अंतर नहीं आता है। लेकिन बात करें एनएफटी की तो यह नॉन fungible है आप इसमें क्रिप्टोकरंसी की तरह एक दूसरे को चेंज नहीं कर सकते हैं यानी कि आप एक एनएफटी के बदले दूसरी एनएफटी को नहीं खरीद सकते हैं।
NFT के फायदे (Advantages of NFT)
NFT के बहुत से फायदे है जिस तरीके से क्रिप्टोकरंसी में ledger के अंदर पूरी डिटेल सेव करके रखी जाती है कि आपके पास कितनी क्रिप्टोकरंसी है वही NFT में होता है यहां पर आपको टोकन अलॉट कर दिया जाता है जिससे यह पता चल पाता है कि इसका असली मालिक कौन है।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि मान लीजिए आपने एनएफटी पर कोई भी आर्ट या डिजाइनिंग क्रिएट किया. आपकी ही तरह के मार्केट में आपको बहुत से आर्ट या डिज़ाइन मिल जाएंगे लेकिन NFT के द्वारा असली मालिक का पता लगाया जा सकता है।
जैसे ट्विटर के फाउंडर जैक डोर्सी ने अपने पहले ट्वीट को डिजिटल बनाकर एनएफटी में बेच दिया . नहीं तो आज के समय में ट्वीट की कोई कीमत नहीं है लेकिन एनएफटी के आने से सब चीजें कीमती हो चुकी हैं। इसी तरह बहुत से लोग जो उनका ओरिजिनल आर्टवर्क है उसे बेच रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एनएफटी को बनाया गया जिससे बीच के लोगों को हटाया जा सके डायरेक्ट क्लाइंट और कस्टमर के बीच डील हो सके।
एनएफटी के अंदर एथेरियम ब्लाकचैन का प्रयोग किया जाता है जिसका फायदा यह होता है की ledger में सारा देता मेन्टेन करके रखा जाता है।
NFT के नुकसान (Disadvantages of NFT)
- इसका एक नुकसान तो यह है कि एनएफटी को हम सिर्फ देख सकते हैं लेकिन उसे निकाल नहीं सकते हैं क्योंकि यह डिजिटल तकनीकी होती है।
- वही इसका दूसरा सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह पर्यावरण को इफेक्ट करता है ऐसा हम इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि एनएफटी एथेरियम ब्लाकचैन पर काम करती है, और एथेरियम की माइनिंग की जाती है जो बहुत सारी एनर्जी को कंज्यूम करता है जिससे कार्बन एमिशन बढ़ता है और प्रकृति पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
NFT को कैसे ख़रीदे और बेचे?
- एनएफटी को खरीदना और बेचना बहुत ही आसान प्रक्रिया है यह प्रक्रिया सिर्फ आप ऑनलाइन ही कर सकते हैं यानी कि आप ऑनलाइन ही एनएफटी को खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं। ऐसे बहुत से प्लेटफार्म है जहां पर आप यह काम कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपके पास क्रिप्टोकरंसी होना जरूरी है क्योंकि जहां पर भी एनएफटी को खरीदा या बेचा जाता है वहां पर क्रिप्टोकरंसी ही स्वीकार की जाती है।
- कुछ प्लेटफार्म है जहां पर आप यह काम कर सकते हैं जैसे, Wazirx, Nifty Gateway, Rarible, Opensea etc. आप इन प्लेटफार्म की सहायता से अपनी डिजिटल कलाकृति को बेच भी सकते हैं या फिर किसी दूसरे की डिजिटल कलाकृति को खरीद सकते हैं।
- तो चलिए अब जान लेते हैं कि आखिर NFT को कैसे बेच सकते है? सबसे पहले आपके पास कोई भी आपके द्वारा बनाया गया आर्टवर्क, पेंटिंग या फिर गाना हो सकता है।
- इसके बाद आपको बढ़िया सा प्लेटफार्म चुन लेना है जहां पर कॉन्पिटिशन म हो क्योंकि आज के समय में ऑनलाइन सुविधा होने की वजह से ज्यादातर लोगों को इसके बारे में पता चल चुका है जिस वजह से इसमें कंपटीशन बढ़ गया है इसलिए आप कम कॉन्पिटिशन वाले प्लेटफार्म को चुनें जहां पर आपका आर्टवर्क जल्दी सेल हो सके।
- इसके बाद आपको क्रिप्टोकरंसी के द्वारा कुछ फीस पे करनी होती है जो आप एनएफटी अपलोड करते हैं उसका चार्ज होता है। जैसे ही आप यह काम कर लेते हैं तो आपके एनएफटी का एक टोकन आपको आलोट कर दिया जाएगा आप उसके मालिक हो जाते है।
- आप अपने हिसाब से इसकी कीमत सेट कर सकते हैं और जो भी व्यक्ति इसको खरीदता है और लाइफ टाइम तक यह प्रोसेस चलता रहता है खरीदने बेचने का और इसमें आपको हर बार कुछ ना कुछ प्रतिशत कमीशन मिलता रहेगा।
Conclusion – उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि आप भी एनएफटी के बारे में पूरी जानकारी जान चुके हैं तो आज से ही अपना एक अच्छा सा आर्ट work या डिजाइन बना सकते हैं और उसको अपलोड करके एनएफटी से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
FAQ
Q : NFT की full form क्या है?
Ans : नॉन फंजिबल टोकन
Q : क्या भारत में NFT बैन है?
Ans : नही
Q : एनएफटी कब शुरू हुआ?
Ans : मई, 2014
Q : दुनिया की पहली एनएफटी किसने बेची?
Ans : केविन मैककॉय और अनिल दास ने
Q : NFT किस टेक्नोलॉजी पर काम करता है ?
Ans : ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी
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